श्रीनगर। करीब 8 महीने बाद आज कश्मीर वैली में बच्चों के स्कूल खुल गए हैं। आज कश्मीर के बच्चे स्कूल जाते दिखाई दिए। पिछले साल आतंकवादी बुरहान वानी की मौत के बाद कश्मीर में माहौल खराब हुआ था। इसके बाद हुर्रियत ने बार-बार कैलेंडर जारी करके बंद की कॉल दी। सड़कों पर पत्थरबाजी हुई, स्कूल जलाए गए औ इस सब का असर सबसे ज्यादा बच्चों पर पड़ा।
आज स्कूल खुलते ही बच्चों ने सबसे पहले हुर्रियत को जवाब दिया। हुर्रियत के लीडर्स का नाम लेकर छोटे-छोटे बच्चों ने कहा कि जो करना है करें लेकिन शिक्षा को सिय़ासत से दूर रखें। हुर्रियत के कैलेंडर्स से बच्चों का भविष्य खराब होता है।
बता दें कि पिछली बार दसवीं और बारहवीं को छोड़कर बाकी कक्षाओं के विद्यार्थियों को मास प्रमोशन दिया गया था यानी इन्हें बिना पेपर अगली क्लास में प्रमोट किया गया।
आज बच्चों ने कहा कि बिना पढ़े, बिना इम्तेहान दिए वो अगली क्लास में नहीं जाना चाहते। बच्चों ने हुर्रियत के नेताओं से कहा कि पत्थर से नही, पेन से बदलाव होता है। कलम चलेगी तो भविष्य सुरक्षित होगा।
कश्मीर के हालात पर आज केंद्रीय मंत्री जितेंद्र सिंह ने कहा, बच्चों और कश्मीर के लोगों को समझ आ गया है कि हुर्रियत सिर्फ अपने फायदे के लिए उनका इस्तेमाल करती है। अब कश्मीर में ऐसे लोगों की दाल नहीं गलेगी।