जम्मू एवं कश्मीर में स्थानीय निकाय चुनावों के पहले चरण का मतदान सोमवार को कड़ी सुरक्षा के बीच जारी है। अलगाववादियों द्वारा बुलाए गए बंद, नेशनल कॉन्फ्रेंस एवं पीडीपी के बहिष्कार और आतंकियों की धमकी को देखते हुए घाटी की सुरक्षा व्यवस्था बेहद कड़ी कर दी गई है।
केंद्रीय अर्द्धसैनिक बलों की 400 अतिरिक्त कंपनियां राज्य में पहुंच चुकी हैं। सुरक्षा बलों ने सुरक्षा जांच और गश्त बढ़ा दी है जिससे लोगों में मतदान को लेकर किसी तरह का डर न रहे।
पहले चरण के बाद 10 अक्टूबर को दूसरे चरण में 384 वॉर्ड, तीसरे चरण में 13 अक्टूबर को 207 वॉर्ड, और 16 अक्टूबर को आखिरी चरण में 132 वॉर्डों में वोट डाले जाएंगे। मतगणना 20 अक्टूबर को होगी।
पहले चरण में जम्मू के 247 वॉर्ड, कश्मीर में 149 और लद्दाख के 26 वॉर्ड में चुनाव हो रहे हैं जहां कुल 1,283 उम्मीदवार मैदान में हैं।
कश्मीर घाटी में 231 और जम्मू में 13 उम्मीदवार निर्विरोध निर्वाचित हुए हैं।
जम्मू क्षेत्र से कुल 2,137 उम्मीदवार मैदान में हैं जबकि श्रीनगर से 787 उम्मीदवार और लद्दाख क्षेत्र से 66 उम्मीदवार मैदान में हैं। जम्मू और श्रीनगर नगर निगमों समेत प्रदेश में कुल 1,145 वॉर्डों के लिए 4 चरणों में होने वाले चुनाव के लिए 2,990 उम्मीदवार मैदान में हैं।
इससे पहले राज्य में 2005 में गुप्त मतदान के जरिए नगर निकाय चुनाव हुए थे और इसका 5 साल का कार्यकाल फरवरी 2010 में खत्म हो गया था। जम्मू-कश्मीर में 13 साल बाद स्थानीय निकाय चुनाव हो रहे हैं।