मुजफ्फरनगर रेलवे हादसा में 8 कर्मचारियों पर गिरी गाज

मुजफ्फरनगर में खतौली रेल हादसा एक बड़ी लापरवाही का नतीजा है. इस मामले में रेलवे के विभिन्न विभागों के बीच आरोप-प्रत्यारोप भी शुरू हो गया है. लेकिन सूत्रों के मुताबिक उत्कल एक्सप्रेस के हादसे पर रेलवे की जो इंटरनल इंक्वायरी रिपोर्ट आई है उसमें परमानेंट वे (p-way) डिपार्टमेंट दोषी ठहराया गया है.

उत्तर रेलवे ने हादसे के लिए दोषी मानते हुए तीन कर्म‍चारियों को निलंबित कर दिया है. इनके अलावा कई अध‍िकारियों एवं कर्मचारियों पर कार्रवाई की गई है.

इस हादसे में रेलवे के कई कर्मचारियों, अधि‍कारियों पर गाज गिरी है. उत्तर रेलवे ने सीनियर डिविजनल इंजीनियर और उनके मातहत काम करने वाले तीन कर्मचारियों को सस्पेंड कर दिया है.

शुरुआती जांच के बाद नॉर्दन रेलवे के जनरल मैनेजर ने जिन कर्मचारियों को सस्पेंड किया है, उनमें दिल्ली डिवीजन के सीनियर डिविजनल रेलवे इंजीनियर आरके वर्मा, दिल्ली डिवीजन मेरठ के असिस्टेंट इंजीनियर रोहित कुमार, मुजफ्फरनगर के सीनियर सेक्शन इंजीनियर इंदरजीत सिंह और खतौली के जूनियर इंजीनियर प्रदीप कुमार शामिल हैं.

इनके अलावा उत्तर रेलवे के चीफ ट्रैक इंजीनियर का ट्रांसफर कर दिया गया है. डीआरएम दिल्ली और जीएम उत्तर रेलवे को छुट्टी पर भेज दिया गया है. इसी तरह रेलवे बोर्ड के सदस्य, इंजीनियरिंग को भी छुट्टी पर भेज दिया गया है.

सूत्रों के मुताबिक मौके पर पहुंची रेलवे की टीम ने तमाम तथ्यों पर विचार करने के बाद अपनी रिपोर्ट में कहा है कि मेंटेनेंस का काम चल रहा था और प्रथम दृष्टया यह सही है कि जरूरी सुरक्षा उपाय नहीं किए गए थे.