नई दिल्ली: दिल्ली के आली तालीमी इदारो में जवाहर लाल नेहरू युनिवर्सिटी ही एक ऐसी अकेली युनिवर्सिटी है जहां सबसे ज्यादा सेक्सुअल हरासमेंट का वाकिया होता हैं। आरटीआई की रिपोर्ट में खुलासा हुआ है कि दिल्ली की सभी तालीमी इदारों में कुल जितनी जिंसी इस्तेहसाल का वाकिया हुआ है, उनके मुकाबले जेएनयू में अकेले ही इतने वाकिया होती है। दिल्ली के 23 यूनिवर्सिटी और तालीमी इदारो ने दिल्ली वुमेंस कमीशन को जिंसी इस्तेहसाल पर रिपोर्ट भेजी है।
जेएनयू में गुजश्ता साल 51 मामले sexual harassment के हुए हैं, जबकि दिगर 22 तालीमी इदारो में 55 मामले सामने आए हैं। खास बात यह है कि कमीशन की तरफ से डीयू रजिस्ट्रार को खत लिखने के बाद भी वहां से कोई रिपोर्ट नहीं भेजी गई। इस पर रजिस्ट्रार को समन जारी कर 30 नवंबर तक तस्दीक मांगी गयी है।
वुमेंस कमीशन की सदर स्वाति मालीवाल ने कहा है कि आली तालीमी इदारो की तरफ से sexual harassment के मामलों में भेजी गई रिपोर्ट फिक्र का मौज़ू है। क्योंकि यहां दफ्तर sexual harassment एक्ट 2013 के तहत किसी के भी खिलाफ कार्रवाई नहीं हुई। मामले को रफादफा कर दिया गया। मालीवाल ने कहा कि इस आंकडे से कमीशन को तालीमी इदारो में खातून सेक्युरिटी के मुददे पर काफी कुछ सोचने को मिला। अब हमने एमएचआरडी, यूजीसी को खत लिखा है कि आप एक बराबर कानून सभी तालीमी इदारो में लागू करो।
कहां, कितने हुए मामले
जामिया मिलिया इस्लामिया में 6, जामिया हमदर्द युनिवर्सिटी में 4, दिल्ली टेक्नोलाजी युनिवर्सिटी में एक, आईआईटी दिल्ली में 4, इग्नू में 9, अंबेडकर युनिवर्सिटी में 3, एम्स में 10, इंडियन इंस्टीट्यूट आफ मास कम्युनिकेशन में 2, और आईपीयू में जिंसी इस्तेहसाल के 3 मामले सामने आए हैं।