सभी मुसलमानों को एक नज़र से न देखें: शबाना आज़मी

बॉलीवुड की विख्यात अभिनेत्री शबाना आजमी ने चेताया है कि संकीर्ण राजनीतिक लाभ के लिए सभी मुसलमानों को एक नज़र से देखना बंद किया जाना चाहिए क्योंकि इससे संस्कृति की उन जटिल परतों को नजरअंदाज किया जाता है जिससे किसी भी शख्स की अपनी पहचान तय होती है।

 
यूके संसद परिसर में बोलते हुए शबाना ने कहा कि अगर आप मुझसे पूछेंगे तो मैं कहूंगी कि मैं एक महिला होने के साथ एक भारतीय, एक बेटी, एक पत्नी एक अभिनेत्री, एक मुसलमान, समाजसेविका सब कुछ हूं। मुस्लिम होना मेरे इन सब पहलुओं में से एक है लेकिन पूरी दुनिया में ऐसे कड़े प्रयास हो रहे हैं जिससे पहचान को सिर्फ धर्म तक सीमित किया जा रहा है और बाकी पहलुओं को जैसे नजरअंदाज ही किया जा रहा है।

 
शबाना आजमी ने कहा कि मुझे एक जगह बांधकर रखने की कोशिश मत करो। उन्होंने कहा कि संकीर्ण राजनीतिक फायदे के लिए माहौल का ध्रुवीकरण मत करो, लोगों को बाध्य मत करो कि वे लोग अपना ‘मॉडल समुदाय’ बना लें। 66 साल की शबाना जो कि अभिनेत्री होने के साथ ही वह समाजसेविका भी हैं, इस समय यूके के दौरे पर हैं। वह वहां अपने नाटक ‘ब्रोकन इमेजेज’ के प्रदर्शन के लिए गई हैं। दरअसल, यूके में इस वक्त वार्षिक टॉन्ग्स ऑन फायर : लन्दन एशियन फिल्म फेस्टिवल चल रहा है।