शरद यादव ने मीडिया को बताया कि संवैधानिक संस्थाओं पर मंडराते संकट से निजात दिलाने के लिये उनके समर्थको की पार्टी राजनीतिक विकल्प बनेगी। उन्होंने बताया कि वे 18 मई को पार्टी के मार्गदर्शक के रूप में शिरकत करेंगे।
यादव ने दावा किया कि नीतीश सरकार अपना कार्यकाल पूरा नहीं कर पाएगी और नीतीश खेमे में भगदड़ मचने वाली है।
उल्लेखनीय है कि शरद यादव पहली बार 1974 में मध्यप्रदेश की जबलपुर लोकसभा सीट से सांसद चुने गए थे । वे हल्दर किसान के रूप में लोकनायक जयप्रकाश नारायण (जेपी) द्वारा चुने गए पहले उम्मीदवार थे।
1997 में वे जनता दल के राष्ट्रीय अध्यक्ष बने और 1998 में उन्होंने जॉर्ज फर्नांडीस की मदद से जनता दल यूनाइटेड (जेडीयू) नई पार्टी बनाई, जिससे नीतीश कुमार जनता दल छोड़कर जुड़ गए । एनडिए से अलग हो लड़ी जेडीयू की टिकट पर शरद 2014 के लोकसभा चुनाव में मधेपुरा से हार गए, उसके बाद जेडीयू से वे राज्यसभा भेजे गए।