राज्यसभा सांसद और जेडीयू के बागी कहे जाने वाले नेता शरद यादव बिहार यात्रा के दौरान बुधवार को डेहरी ऑन सोने और सासाराम पहुंचे। जहां उन्होंने जनसंवाद कार्यक्रम में भाग लिया। इस दौरान शरद यादव ने केंद्र सरकार की आर्थिक नीतियों, बढ़ रही बेरोज़गारी पर जमकर हमला किया।
इस मौके पर मीडिया सूत्रों से बात करते हुए उन्होंने कहा कि बिहार की जनता ने पांच वर्षों के लिए महागठबंधन की सरकार बनायी थी, मगर लोकतंत्र के साथ नाइंसाफी हो गयी़। जिन्हें विपक्ष में बैठना था, उन्हें सरकार में शामिल कर लिया गया। सरकार के लोगों को बाहर कर दिया गया।
शरद यादव ने कहा कि नोटबंदी से करीब तीन करोड़ लोग बेरोजगार हो गये। किसान लगातार आत्महत्या कर रहे हैं। लोकतंत्र बोली से चलती है, न कि गोली से। अंत में उन्होंने जनता से कहा कि ऊपर में महागठबंधन को तोड़ा गया है, परंतु नीचे में मत टूटने देना। अगले चुनाव में सबक सीखा देना है।
इसी मौके पर एक और बागी नेता अली अनवर ने भी शिरकत की। जिसमे उन्होंने ने भाजपा गठबंधन की मौजूदा सरकार पर जम कर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि अब बार-बार नीतीश कुमार का नाम लेना ठीक नहीं है. क्योंकि, अब वे उस लायक नहीं रहे। बीएचयू का उल्लेख करते हुए कहा कि लड़कियों को जितनी बेरहमी से पीटा गया, उसकी जितनी भी निंदा की जाये कम है। एक तरफ भाजपा महिला सशक्तिकरण की बात करती है तीन तलाक़ को लेकर ज़ोर शोर से अभियान चलती है वही दूसरी तरफ भाजपा की बहुमत वाली सरकार लड़कियों और बेटिओं पर लाठी डांटे बरसाती है। अंत में उन्होंने पूरे देश में एकता बनाने पर जोर दिया, ताकि सामाजिक समीकरण बना रहे।