उमर खालिद का नाम पकिस्तान से जोड़ने वाली मीडिया, ISI एजेंटों की गिरफ्तारी पर चुप क्यों है?- शहला राशिद

नई। दिल्ली भाजपा कार्यकर्ताओं के संबंध कथित तौर पर आईएसआई के साथ होने को लेकर बीते सप्ताह भोपाल में आईएसआई के 11 एजेंटों की गिरफ्तारी की गई थी लेकिन मीडिया इस पर चुप्पी साधे हुए है। मध्य प्रदेश सरकार के आतंकवाद निरोधक दस्ते (एटीएस) ने भोपाल में एक जासूसी मामले का भंडाफोड़ कर 11 लोगों को गिरफ्तार किया है।
इस मामले को लेकर जेएनयू छात्र यूनियन की नेता शेहला राशिद ने मीडिया पर बरसते हुए कहा कि जासूसी मामले में भाजपा के पदाधिकारी भी शामिल हैं लेकिन मीडिया खामोश है। यह वही मीडिया है जो जेएनयू में उमर खालिद का नाम पकिस्तान से जोड़ रही थी, अब पाकिस्तान की इंटर सर्विसेज इंटेलिजेंस (आईएसआई) के लिए काम करने वाले वाले 11 एजेंटों गिरफ्तारी पर चुप है।

इनमें से एक की तस्वीर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान और भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय के साथ है जिसका नाम ध्रुव सक्सेना है और वह भाजपा की युवा इकाई से जुड़ा था और भाजपा की आईटी सेल में काम करता था। विवाद स्मृति की सहायक के फ़र्ज़ी वीडियो से शुरू हुआ जब उमर खालिद का सम्बन्ध सीधे पकिस्तान से बता दिया गया और यह वीडियो ज़ी न्यूज़ और दूसरे चैनल पर चला।
मैं नहीं समझती कि बोलने की स्वतंत्रता खतरे में है, यह सिर्फ उनके लिए है जो सत्ता में हैं। इसका उदहारण प्रवीण तोगड़िया और योगी आदित्यनाथ है जो अपनी बात कहने की आज़ादी से पीछे नहीं हटते। यह सत्ता में हैं इसलिए कहा देते हैं, दूसरे कुछ कहते हैं तो पाकिस्तान से जोड़ दिया जाता है और मीडिया एकदम सक्रीय हो जाती है लेकिन इतने बड़े जासूसी काण्ड में मीडिया चुप बैठी है।