एक बार फिर बीजेपी की सहयोगी पार्टी शिवसेना ने मोदी सरकार पर हमला किया है । शिवसेना ने केंद्रीय मंत्री केजे अल्फोंस के पेट्रोल डीजल के दाम के बारे में दिए गए बयान की कड़ी आलोचना की है और इसे ‘बेहद गैर जिम्मेदाराना’ बताया है ।
अल्फोंस ने शनिवार को कहा था कि जो पेट्रोल और डीजल के बढ़े मूल्यों को वहन कर रहे हैं, वह भूखे नहीं मर रहे हैं । अल्फोंस के इस बयान पर शिवसेना भड़क गई है । शिवसेना ने कहा, ‘कैबिनेट का यह नवरत्न पेट्रोलियम पदार्थों के बढ़े मूल्य का समर्थन कर रहा है, क्योंकि उसे कभी भी अपनी जेब से पैसे नहीं देने पड़ते। यह गरीबों के चेहरे पर थूकने जैसी बात है, जिन्हें कांग्रेस के कार्यकाल में भी ऐसा अपमान नहीं सहना पड़ा था’
पार्टी के मुखपत्र ‘सामना’ और ‘दोपहर का सामना’ में शिवसेना ने सख़्त लेहज़े में लिखे संपादकीय में कहा कि ये बहुत आश्चर्यजनक है कि अल्फोंस अपने बयान को सही ठहराते हुए कह रहे हैं कि कैसे ईंधन के दाम बढ़ने के बाद भी लोग मर नहीं रहे हैं ।
शिवसेना ने भाजपा पर मुद्रास्फीति और तेल के बढ़ते दाम पर जोरदार निशाना साधते हुए कहा कि केंद्र सरकार द्वारा प्रतिदिन ‘अच्छे दिन’ की ‘हत्या’ हो रही है । एडिटोरियल में कहा गया है, ‘इनकी सुनो! बिना किसी राजनीतिक अनुभव वाले नौकरशाह से मंत्री बने इनमें ही शायद वह तमाम ‘गुण’ हैं जिनकी, बकौल अमित शाह, कांग्रेस में कमी है’
शिवसेना ने पूछा, ‘क्या वह भूल गए हैं यूपीए सरकार के कार्यकाल में पेट्रोल, डीजल के दाम बढ़ने के विरोध में राजनाथ सिंह, सुषमा स्वराज, स्मृति ईरानी और धर्मेंद्र प्रधान जैसे बीजेपी नेताओं ने कैसे खाली सिलेंडरों के साथ सड़कों पर प्रदर्शन किए थे । अब जब वे सत्ता में आ गए हैं, तो गरीबों का मजाक उड़ाया जा रहा है और अल्फोंस जैसे लोग मुद्रास्फीति को सही बता रहे हैं । यह सच में बहुत दुखद है ।’
हाल ही में शिवसेना ने बुलेट ट्रेन को लेकर पीएम मोदी पर निशाना साधा था । शिवसेना ने कहा था कि ये पीएम मोदी का ड्रीम प्रोजेक्ट हो सकता है गरीबों का नहीं ।