लखनऊ: समाजवादी पार्टी के वरिष्ठ नेता अखिलेश के चाचा और मुलायम के भाई शिवपाल यादव की मुश्किल बढ़ती नज़र आ रही है दरअसल अखिलेश सरकार के कई नेताओं पर मनमाने ढंग से मकानों को लैंड यूज़ चेंज कर कमर्शियल करने का आरोप है, जिस पर एलडीए कमिश्नर ने तत्काल रोक लगा दी है। इस फैसले की ज़द में शिवपाल यादव समेत 58 प्रभावशाली लोग आ गए हैं। बगैर मंजूरी और कमर्शियल शुल्क जमा किए व्यवसायिक गतिविधी वाले ऐसे 58 मकानों को तत्काल सील करने का आदेश दिया गया है। एलडीए कमिश्नर अनिल गर्ग ने कार्रवाई कर प्रस्ताव बोर्ड को स्वीकृति के लिए भेज दिया है। बता दें जिन प्रभावशाली लोगों के मकानों को कमर्शियल करने का प्रस्ताव रद्द किया गया है उनमें पूर्व मंत्री शिवपाल यादव, मुलायम सिंह यादव की पत्नी साधना गुप्ता, मुलायम के समधी और संधान अरविन्द बिष्ट व अम्बी बिष्ट, एलडीए के पूर्व वीसी सतेन्द्र सिंह और सचिव आवास पंधारी यादव शामिल हैं। हालांकि, सपा संरक्षक मुलायम सिंह यादव की पत्नी साधना गुप्ता ने परिवर्तन शुल्क जमा कर दिया है, इस चलते उनके आवास का फैसला सुनवाई के बाद निरस्त होगा। कमिश्नर के निर्देश पर एलडीए सचिव अरुण कुमार ने 58 मकानों को तत्काल सील करने का आदेश जारी कर दिया है। उन्होंने सभी इंजीनियरों को आदेश दिया है कि ऐसे सभी मकानों को तत्काल सील कराएं जिन्होंने बिना पूरी प्रक्रिया का पालन किए अपने मकानों में व्यावसायिक निर्माण और गतिविधियां शुरू कर दी हैं।