दिलदारनगर(ग़ाज़ीपुर): उत्तर प्रदेश चुनाव में अलग—अलग पार्टिया अपने अपने जीत के दावे पेश कर रही हैं। यूपी में इस बार विकास के साथ साथ राम—मंदिर और पश्चिमी यूपी में हिन्दुओं के कथित पलायन का मुद्दा बीजेपी के लिए अहम है। उधर गठबंंधन और टिकट नहीं मिलने से नाखुश सपा और कांग्रेसी भी बागी तेवर में हैं। अगर बात करें बीजेपी की तो पूर्वांचल में अधिकांश सीटों पर कार्यकताओं में आक्रोश व्याप्त है जो बीजेपी के लिए नुकसानदेह है। यूपी का चुनावी मिजाज़ जानने के लिए ‘द सियासत डेली’ की टीम इस समय पूर्वांचल का दौरा कर रही है।
उत्तर प्रदेश के गाज़ीपुर जिले में जब सियासत की टीम पहुंची तो वहां विकास एक अहम मुद्दा नज़र आ रहा है। 2012 के विधानसभा चुनाव में ग़ाज़ीपुर की 7 विधानसभा सीटों में 6 पर समाजवादी पार्टी का दबदबा रहा है। लेकिन इस बार मामला कुछ अलग दिखाई दे रहा है। सियासत ने गाज़ीपुर के ज़मानियां विधानसभा का दौरा किया और वहां के लोगों का नज़रिया देखना चाहा।
ज़मानियां विधानसभा सीट मुस्लिम बहुल इलाका है, जहां का मुस्लिम मतदाता हार और जीत का फैसला तय करता है। इस बार ज़मानिया में पूर्व पर्यटन और कैबिनेट मंत्री रह चुके समाजवादी पार्टी के प्रत्याशी ओम प्रकाश सिंह ने फिर से ताल ठोंका है। ओमप्रकाश ज़मानियां विधानसभा सीट से मौजूदा विधायक भी हैं, लेकिन इस बार ज़मानियां से ही ओम प्रकाश को टक्कर देने के बसपा ने अतुल राय को टिकट दिया है। ज़मानियां विधानसभा में ओम प्रकाश के समर्थक जमानियां में विकास होने के दावे कर रहे है, वही उनके विरोधी ओम प्रकाश दावे को खरिज़ करते नज़र आ रहे है।
ज़मानिया विधानसभा में सड़क एक अहम मुद्दा है, जिसके चलते सभी दल अखिलेश सरकार की आलोचना कर रहे है। वोटर भी सड़के को ही अहम मुद्दा बनाकर ओम प्रकाश का विरोध कर रहे हैं। ताड़ीघाट से बारा को जोड़ने वाली टी.बी. रोड यहां की रोज़मर्रा का एक अहम हिस्सा है जो बरसों से नहीं बना। इस इलाके के जानकार बताते हैं कि ये ही ऐसी रोड है जो साईकल को पंक्चर करने का एक बड़ा कारण बन सकता है।
अतुल राय से आज शनिवार सुबह 8 बजे सियासत हिन्दी ने दिलदार नगर स्थित उनके कार्यालय पर मुलाकात की। सियासत से बात करते हुए अतुल राय ने बताया कि ग़ाज़ीपुर जिले में ज़मानियां विधानसभा का इलाका विकास के हर मामले में पीछे रहा है, ज़मानिया में विकास का कोई भी कार्य नहीं हुआ है। केवल सत्ता के चन्द चाटूकारों की सुनवार्इ हुई है।
अतुल राय ने सियासत से बात करते हुए ये भी कहा कि ज़मानियां विधानसभा क्षेत्र में लोगों के भीतर वर्तमान सरकार के खिलाफ एक आक्रोश है। अतुल राय ने मुख्तार अंसारी के पैराल खारिज़ होने के सवाल पर कहा कि सपा और भाजपा नहीं चाहते कि मुख्तार अपने लोगों से मिले और अपने विधानसभा में जनसंपर्क करें। जमानियां विधानसभा के मुसलमान और हर तबके के विकास के लिए जो संभव हो सकेगा, वो कार्य करेगें।
शम्स तबरेज़