सिंगापुर के सांस्कृतिक मंत्री ग्रेस येन भी मौजूद रहे। यह मस्जिद एक भारतीय चूलिया मुस्लिम व्यापारी ने बनवाई थी।मोदी ने सिंगापुर की सबसे पुरानी चिलुया मस्जिद में भी समय बिताया। चाइना टाउन में स्थित ये मस्जिद 1974 से सिंगापुर का राष्ट्रीय स्मारक है। इस मौके पर उनके साथ सांस्कृतिक मंत्री ग्रेस यीन भी मौजूद थीं।
बता दें कि अमेरिकी सेना में भारत की महत्ता के बड़े सांकेतिक कदम के तौर पर पेंटागन द्वारा प्रशांत कमान का नाम बदलकर हिंद- प्रशांत कमान किए जाने के कुछ दिनों बाद यह मुलाकात हुई।
Visited the Chulia Mosque in Singapore. The Mosque is one of the oldest in the city. pic.twitter.com/WqUMBvrObq
— Narendra Modi (@narendramodi) June 2, 2018
सूत्रों ने बताया कि तीन देशों की यात्रा के आखिरी चरण में मोदी ने बंद कमरे में मैटिस से मुलाकात की। जिसमें दोनों पक्षों ने आपसी और वैश्विक हितों के सभी सुरक्षा मुद्दों पर चर्चा की। राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल भी बैठक में मौजूद रहे। बैठक करीब एक घंटे तक चली।
वार्षिक शंगरी- ला वार्ता के इतर यह बैठक हुई। मोदी ने कल रात इसे संबोधित किया। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रवीश कुमार ने ट्वीट कर कहा, ”कल शाम शंगरी- ला वार्ता 18 में मोदी के अहम संबोधन के संदर्भ में बातचीत का केंद्र क्षेत्र पर रहा।”
वार्ता के संबोधन में मोदी ने कहा कि ”प्रतिद्वंद्विता के एशिया” से क्षेत्र पिछड़ जाएगा, जबकि सहयोग वाले एशिया से शताब्दी का स्वरूप तय होगा।
उन्होंने कहा कि जब भारत और चीन एक- दूसरे के हितों के प्रति संवेदनशील रहते हुए भरोसे और विश्वास के साथ काम करते हैं तभी एशिया और दुनिया को बेहतर भविष्य मिलेगा।
उन्होंने, ”अंतरराष्ट्रीय कानून के तहत समुद्र एवं वायु में साझा स्थलों के इस्तेमाल के लिए अधिकार के तौर हम सभी के पास समान अधिकार होने चाहिए। इसके तहत नौवहन की स्वतंत्रता , अबाधित वाणिज्य तथा अंतरराष्ट्रीय कानून के अनुसार विवादों के शांतिपूर्ण समाधान की आवश्यकता