बेरुत। सिरया में लम्बे समय से चल रहे गृह युद्ध के बाद वहां का हालत दिन ब दिन खराब होते जा रहें हैं
ये कहानी है 5 लोगों पर मुश्तमिल एक परिवार की जिन को दिन के खाने के नाम पर दो सुखी रोटी ही मिल पति है , क्यूँ के उनका परिवार खाने पर इससे ज़्यादा खर्च नहीं कर सकता और ये इनका और इन जैसे हज़ारों परिवार का रोज़ का संघर्ष है…
इस भुखमरी के वजह से बच्चे कुपोषण का शिकार हो रहें हैं डॉ का कहना है की उनके पास दवाई की कमी ओने की वजह से वह सभी लोगों की मदद नहीं कर सकते। (सौजन्य- BBC हिन्दी)
