बुलंदशहर में भीड़ की गोली से मारे गए इंस्पेक्टर सुबोध सिंह के परिवार ने मुआवजा लेने से इनकार कर दिया। उनकी बहन ने कहा कि हमें इंसाफ चाहिए मुआवजा नहीं।
उनकी बहन ने कहा कि हमारा भाई दादरी में अख़लाक मॉब लिंचिंग में जांच अधिकारी थे इसलिए मेरे भाई की हत्या की गई है। शहीद इंस्पेक्टर की बहन बोली, यह हत्या साजिश के तहत अंजाम दिया गया है। सुबोध सिंह के छोटे भाई ने कहा कि योगी जी परिवार पर बड़ा संकट आ गया है. कुछ कीजिये।
Sister of Policeman Subodh Singh:My brother was investigating Akhlaq case&that is why he was killed,its a conspiracy by Police.He should be declared martyr and memorial should be built. We do not want money. CM only keeps saying cow cow cow. #Bulandshahr pic.twitter.com/ohILXKCj3w
— ANI UP (@ANINewsUP) December 4, 2018
बुलंदशहर में हिंसा की जांच एसआईटी करेगी। मेरठ जोन के एडीजी प्रशांत कुमार ने कहा कि एसईआईटी इस बात की जांच करेगी कि हिंसा क्यों भड़की. जांच के लिए बनी एसआईटी इस बात की खास तहकीकात करेगी आखिरकार पुलिस कर्मियों ने इंस्पेक्टर सुबोध कुमार को भीड़ के हमले के वक्त अकेले क्यों छोड़ दिया।
पुलिस ने बुलंदशहर में सुबोध हत्यकांड में बजरंग दल कार्यकर्ता योगेश राज समेत तीन लोगों को गिरफ्तार किया है। योगेश राज सुबोध पर हमले का मुख्य आरोपी है। गोकशी की एफआईआर लिखवाने में उसकी प्रमुख भूमिका थी। वह एफआईआर लिखवाने वालों में एक था।
सुबोध सिंह हत्याकांड में तीन लोगों को गिरफ्तार कर लिया गया है। चार लोग हिरासत में लिए गए हैं। मामले में शामिल और लोगों की गिरफ्तारी के लिए 22 जगहों पर छापेमारी की जा रही है। पुलिस की छह टीमें छापेमारी कर रही हैं।