हिन्दूवादी संगठनों के लोगों ने कमल हासन पर फेंका चप्पल!

अभिनेता से नेता बने कमल हासन पर बुधवार शाम को मदुरई के तिरुप्पारनकुंद्रम विधानसभा क्षेत्र में प्रचार के दौरान चप्पल फेंकी गई। उनपर चप्पल नाथूराम गोडसे को भारत का पहला हिंदू आतंकवादी कहने के तीन दिन बाद फेंकी गई। महात्मा गांधी के हत्यारे को उन्होंने स्वतंत्र भारत का पहला हिंदू आतंकवादी बताया था।

अमर उजाला पर छपी खबर के अनुसार, पुलिस के पास दर्ज शिकायत में 11 लोगों के नाम शामिल हैं। जिसमें भाजपा कार्यकर्ता और दूसरे संगठन जैसे कि हनुमान सेना का नाम है। जब हासन स्टेज पर लोगों की भीड़ को संबोधित कर रहे थे तब उनकी तरफ चपप्ल फेंकी गई। पुलिस ने कहा कि यह चप्पल हासन को नहीं लगी और भीड़ पर गिर गई।

1947 में नाथूराम गोडसे ने महात्मा गांधी की गोली मारकर हत्या कर दी थी। उसपर दिए बयान को लेकर हासन ने राजनीति को गरमा दिया है।

64 साल के राजनेता ने 13 मई को तमिलनाडु के अरवाकुरिची विधानसभा क्षेत्र में प्रचार करते हुए कहा था, ‘मैं ये इसलिए नहीं कह रहा कि यहां काफी संख्या में मुसलमान हैं। मैं ये महात्मा गांधी की मूर्ति के सामने कह रहा हूं। आजाद भारत में पहला आतंकवादी एक हिंदू था। उसका नाम था- नाथूराम गोडसे।’

अरवाकुरिची और तिरुप्पारनकुंद्रम उन चार विधानसभा क्षेत्रों में शामिल हैं जहां रविवार को विधानसभा उपचुनाव होने हैं। कमल हासन की मक्कल निधि मय्यम पहली बार चुनाव लड़ रही है और उसने अपने उम्मीदवारों को मैदान में उतारा है।

तमिलनाडु भाजपा की अध्यक्ष तमिलसाईं सुंदरराजन ने कमल हासन पर पलटवार करते हुए ट्वीट किया, ‘हम कमल हासन के चुनाव प्रचार के दौरान हिंदू अतिवादी के बारे में बात करने की निंदा करते हैं। वह ऐसी जगह सांप्रदायिक हिंसा भड़का रहे हैं, जहां बहुत सारे अल्पसंख्यक हैं। चुनाव आयोग को इस भाषण के लिए कमल हासन के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करनी चाहिए।’

तमिलनाडु के मंत्री केटी राजेंद्र भालाजी ने हासन के बयान पर सोमवार को प्रतिक्रिया देते हुए कहा था कि उनकी जीभ काट देनी चाहिए। उन्होंने कहा, ‘चरमपंथ का कोई धर्म नहीं होता है। वो न हिंदू होता है न मुसलमान और न ईसाई।’ हासन की पार्टी ने मांग की है कि मंत्री को उनके बयान के लिए पद से हटा देना चाहिए।

हालांकि कमल हासन को एआईएमआईएम के अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी का साथ मिला है। पत्रकारों से बातचीत में उन्होंने कहा, ‘जिसने महात्मा गांधी की हत्या की उसे हम महात्मा कहें या राक्षस? आंतकी कहें या हत्यारा?

औवैसी ने कपूर कमीशन की रिपोर्ट का जिक्र करते हुए कहा कि इस रिपोर्ट में जिसकी भूमिका साजिशकर्ता की साबित हुई है, उसे आप महापुरुष कहेंगे या फिर नीच कहेंगे? हम उसे आतंकवादी कहेंगे।’