अंग्रेजी पत्रिका द वीक में वरिष्ठ पत्रकार बरखा दत्त ने एक लेख लिखा है जिसमें उन्होंने लोगों को बताया है कि अगर वो मुसलमान होतीं तो उन्हें आज देश में कैसा लगता? उन्होंने अपने लेख का एक लिंक शोसल मीडिया ट्वीटर पर भी शेयर किया है। लेकिन उनके इस ट्वीट के लिए अब उन्हें ट्रोल किया जा रहा है।
बरखा ने अपने ट्विट में लिखा है, “मैं अज्ञेयवादी और नास्तिक हूं, लेकिन- अगर मैं मुस्लिम होती…. यहां है कि तो आज मैं क्या महसूस करती.. मैं लिखता हूँ.. मैंने TheWeekLive में लिखा है।
I am agnostic & non religious but- If I Were Muslim …. Here's what I might feel today.. I write for @TheWeekLive https://t.co/zGTQ8OOZ0P
— barkha dutt (@BDUTT) July 1, 2017
इस लेख की कई लोगों ने तारीफ की है तो वहीं कई लोगों ने बगैर पढ़े ही उन पर भद्दा-भद्दा कमेंट किया है। एक युजर ने उन्हें शादीशुदा बताते हुए लिखा है कि उनका पति मुसलमान है?
इसका जवाब देते हुए बरखा ने कहा है कि वो शादीशुदा नहीं हैं। इसके अलावा उन्होंने ऐसे यूजरों को अपनी लेख पहले पढ़ने की सलाह दी है।
https://twitter.com/kala08_praveen/status/881042937852837888
I am not married so don't be an ass
— barkha dutt (@BDUTT) July 1, 2017
बरखा ने अपने लेख में लिखा है कि कुछ दिन पहले उनसे पूछा गया था कि अगर वो मुसलमान होती तो उन्हें मौजूदा भारत में कैसा लगया। इसको लेकर उन्होंने इसमें लिखा है कि यह सवाल काफी समय तक उन्हें परेशान करता रहा और इसी वजह से उन्होंने ये लेख लिखा है।
उन्होंने अपने लेख में हाल ही में भीड़ द्वारा मारे गए मुसलमानों, कश्मीर में आतंकवादियों और राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी की इफ्तार दावत में किसी केंद्रीय मंत्री के न जाने सवाल उठाया है। इसके अलावा उत्तर प्रदेश में भारतीय जनता पार्टी तरफ से किसी मुसलमान को विधायक का टिकट न देने जैसे मुद्दों पर भी सवाल उठाया है।
बरखा ने लिखा है कि अगर वो मुसलमान होतीं तो सोचतीं कि जिस तरह उनके ‘मॉडरेट’ मुसलमान होने का हवाला देकर हर मुद्दे पर बोलने की उम्मीद की जाती है उसी तरह क्या देश के बड़े ‘मॉडरेट’ हिंदू भी बोलेंगे?
https://twitter.com/ArvindgKejriwal/status/881107647554105345
Lovely article but maybe, feature something from actual Muslim folks who have a lot to say but nowhere to go? There are plenty of us
— Raeesa Bukhary (@raeesisays) July 1, 2017
Cmon Barkha.. all you nee to find is a Muslim voice who can pen this and is not aligned to any party, journalist or intellectual or relative
— Nakko baba (@BabaNakko) July 1, 2017