40 हज़ार परिवारों के हक़ की लड़ाई लड़ने वालीं मेधा पाटकर आज़ादी दिवस के दिन जेल में रहेंगी

नर्मदा बचाओ आंदोलन से जुड़ी सामाजिक कार्यकर्ता मेधा पाटकर पिछले 17 दिनों से रखें हुए उपवास को कल खत्म कर दिया है। लेकिन उन्हें धार जेल से रिहा नहीं किया गया है।

आजादी की सालगिरह के मौके पर जहाँ विभिन्न जेलों में बंद अपराधी और आरोपियों को अच्छे आचरण के चलते सजा में कटौती या माफी दी जाती है। वहीँ मेधा पाटकर आजादी दिवस पर जेल में ही रहेंगी।

गौरतलब है कि मेधा नर्मदा नदी पर बने सरदार सरोवर बांध की ऊंचाई बढ़ाने से डूब में आने वाले गांव के लोगों की हक की लड़ाई लड़ रहीं हैं।
मेधा ने 17 दिनों से चला रहा अपना उपवास कई सामाजिक संगठनों के कहने पर खत्म किया है।

आपको बता दें कि पिछले तीन दिनों से जेल में बंद मेधा ने नींबू पानी पीकर अपना उपवास खत्म किया।

पूर्व विधायक और किसान संघर्ष समिति के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ. सुनीलम ने इस मामले में कहा कि आजादी के मौके पर संगीन अपराधों में कैद आरोपी अपनी रिहाई का इंतज़ार करते हैं, मगर सामाजिक कार्यकर्ता मेधा को आजादी की रात धार जेल में गुजारनी होगी।