भारत छोड़ो आंदोलन की 75वीं जयंती के मौके पर संसद के विशेष सत्र में सोनिया गाँधी ने इस आन्दोलन में नेहरु परिवार की कुर्बानियों को याद करते हुए भाजपा और आरएसएस पर करारा निशाना साधा।
सोनिया ने कहा कि बिना नाम लिए कहा कि कुछ ऐसे संगठन भी थे जिन्होंने उस दौरान भारत छोड़ो आंदोलन का विरोध किया था।
सोनिया गाँधी ने कहा-
- आंदोलन के दौरान नेहरू ने सबसे लंबा समय जेल में गुजारा वहीं कई कांग्रेस कार्यकर्ता जिंदा जेल से बाहर नहीं निकल सके।
- अत्याचार हुआ, कैदियों को बर्फ पर नग्न करके बेहोश होने तक सुलाया गया लेकिन क्रांतिकारी डटे रहे।
- उस दौरान कुछ संगठन के लोगों ने इस आंदोलन का विरोध किया। इन तत्वों का हमारे देश को आजादी दिलाने में कोई योगदना नहीं रहा।
- आज देशवासियों के मन में कई आशंकाएं हैं और आजादी की माहौल में अंधकार फिर छा रहा है।
- ऐसा लगता है कि सृष्टि पर नफरत और विभाजन के काले बादल नजर आ रहे हैं।
- हमें दमनकारी शक्तियों का विरोध करना होगा।
- इस आंदोलन की साल गिरह याद दिलाती है कि इस विचार को संकीर्ण मानसिकता और संप्रदायवाद का कैदी नहीं बनने दे सकते। लगता है उदारवादी मुल्य खतरे में हैं।