नई दिल्ली। खेल मंत्रालय ने आपराधिक मामले में घिरे पैरालंपिक खेलों के कोच सत्यनारायण राजू का नाम इस साल द्रोणाचार्य पुरस्कार की सूची से हटा दिया है। जबकि अर्जुन पुरस्कार और खेल रत्न पुरस्कार की सूची में कोई बदलाव नहीं किया गया है।
खेल मंत्रालय के एक अधिकारी ने इस बात की जानकारी दी। बता दें कि सत्यनारायण रियो पैरालंपिक में स्वर्ण पदक जीतने वाले मरियाप्पन थंगावेलू के कोच रह चुके हैं। ऐसा माना जा रहा है कि द्रोणाचार्य पुरस्कार के लिए उनका नाम दिए जाने की लोगों ने आलोचना की थी। खेलमंत्री विजय गोयल से मंजूरी मिलने के बाद पुरस्कार विजेताओं को ईमेल भेज दिए गए हैं।
चयन समिति ने अर्जुन पुरस्कार के लिए दो पैरा एथलीट समेत 17 खिलाड़ियों के नाम की अनुशंसा की थी, जबकि खेलरत्न हाकी खिलाड़ी सरदार सिंह और पैरा एथलीट देवेंद्र झझारिया को दिया जायेगा। हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने खेल रत्न के लिए पैरा एथलीट दीपा मलिक का नाम शामिल करने का अनुरोध किया था लेकिन मंत्रालय ने सूची में कोई बदलाव नहीं किया।
इस पर भी बहस हुई कि रोहन बोपन्ना को सूची में शामिल किया जा सकता है या नहीं जिनका नाम एआईटीए ने देर से भेजा था। बोपन्ना की उपलब्धियां साकेत माइनेनी से अधिक है, जिसके नाम की अनुशंसा अर्जुन पुरस्कार के लिए की गई।