SRCC के छात्रों ने SBI के साथ मिलकर डिजिटल पाठशाला की शुरुआत की ‘कैशलेस इंडिया’ का अभियान चलाएँगे

दिल्ली : इन दिनों श्रीराम कॉलेज ऑफ कामर्स (SRCC) का नाम एक वजह से सुर्खियों में है. और वो है प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के कैशलेस भारत के सपने को हकीकत में बदलने की मुहिम में हाथ बंटाना. बता दें कि नरेंद्र मोदी ने 6 फरवरी 2013 को SRCC के छात्रों के लिए मोटिवेशनल स्पीच दी थी तब मोदी प्रधानमंत्री नहीं गुजरात के मुख्यमंत्री थे. उस स्पीच को गुजरात से निकल कर दिल्ली कूच के लिए मोदी का पहला अहम कदम माना गया था.

अब SRCC के छात्रों ने भारतीय स्टेट बैंक (SBI) के साथ मिलकर डिजिटल पाठशाला की शुरुआत की है. इसके तहत ग्रामीण इलाकों और शहरों के स्लम एरिया में रहने वाले लोगों को फाइनेंस और डिजिटल इकोनॉमी के गुर सिखाए जा रहे हैं. ये बदलते भारत की तस्वीर है. इसमें देखा जा सकता है कि देश का छात्र कैसे सिर्फ अपने विकास की नहीं बल्कि समाज के विकास की ओर भी ध्यान दे रहा है. SRCC के छात्र इसी मुहिम के तहत रोहिणी के रजापुर गांव पहुंचे. उन्होंने नुक्कड़ नाटक के जरिए बैंक अकाउंट से लेकर कैशलेस ट्रांजेक्शन तक की जानकारी लोगों को दी. कुछ दिन पहले ही प्रधानमंत्री ने ‘मन की बात’ में अपील की थी कि छात्र थोड़ा समय निकालकर लोगों को कैश लेनदेन की जगह डिजिटल तरीकों की जानकारी दें.

SRCC के प्रोफेसर और छात्र नेट बैंकिंग से लेकर मोबाइल ई-वॉलेट बनाने जैसी तकनीकी बातें आसान भाषा में लोगों को समझा रहे हैं. कॉलेज की छात्रा सौम्या बंसल के मुताबिक इस मुहिम का मकसद है कि जमीनी स्तर पर जो लोग तकनीक से नहीं जुड़े हैं उन्हें डिजिटल इंडिया से जोड़ा जाए. सौम्या ने बताया कि जिन लोगों के पास साधारण बेसिक फोन भी है वो लोग भी SBI का buddy app डाउनलोड कर के ट्रांजेक्शन कर सकते हैं.

एसआरसीसी में कॉलेज की फाइनेंसियल लिटरेसी सेल लॉन्च हुई थी.इस सेल के करीब 100 छात्रों को फाइनेंसियल लिटरेसी की ट्रेनिंग भी दी गई थी. जैसे ही नोटबंदी का ऐलान हुआ और ‘मन की बात’ में प्रधानमंत्री मोदी ने देश के युवाओं से जुड़ने की अपील की, वैसे ही SRCC की ये सेल एक्शन में आ गई. सेल के संयोजक डॉ अनिल कुमार के मुताबिक इस मुहिम में तीन बातों पर फोकस है.
पहला- बैंक में खाता कैसे खोलें.
दूसरा- बचत करने के साथ साथ सरकारी योजनाओं का कैसे लाभ उठाएं?
तीसरा- तकनीक की मदद से कैसे कैशलेस ट्रांजेक्शन करें.

मुहिम में SBI दे रहा है पूरा साथ
इस मुहिम में SBI की भूमिका भी अहम है. छात्रों के कैम्पेन के दौरान ATM फैसिलिटी वाली SBI की मोबाइल वैन, अकाउंट फॉर्म, प्रिंटर जैसी जरुरी चीजों के साथ बैंक के अधिकारी भी मौके पर मौजूद रहते हैं, जो लोगों के खाते खोलने में उनकी मदद करते हैं. SBI के असिस्टेंट जनरल मैनेजर राजेंद्र प्रसाद के मुताबिक डिजिटल इंडिया को साकार करने के लिए एसबीआई रिमोट एरिया में मोबाइल बैंक लेकर जा रही है. ऐसा करने से ना सिर्फ लोगों के बैंक खाते खोले जा रहे हैं बल्कि उन्हें मोबाइल एटीएम से भी पैसे मिल रहे हैं. दो दिनों में अब तक 300 से भी ज्यादा खाते इस मुहिम की मदद से खुले हैं.

SRCC के छात्रों का ये अभियान 17 दिसम्बर तक चलेगा. इसके तहत छात्रों के दस्ते घर-घर जाकर लोगों को बचत के टिप्स भी देंगे.