श्रीलंका में मुस्लिम विरोधी दंगे की जांच जारी हैं। एक ओर सरकार पूर्व राष्ट्रपति के समर्थकों को दोषी करार दे रही है तो दूसरी ओर पूर्व राष्ट्रपति का कहना है कि यह प्रक्रिया राजनितिक स्तर की है, जिसमें उन्हें निशाना बनाया जा रहा है।
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समाचार एजेंसी रोइटरज़ ने अपनी एक जाँच रिपोर्ट में प्रत्यक्षदर्शियों, सरकारी अधिकारियों और सीसीटीवी फुटेज का हवाला देते हुए लिखा है कि श्रीलंका में मुसलमानों पर इसी महीने होने वाले हिंसक हमलों में पूर्व राष्ट्रपति महिंद्रा राजा पाक्से राजनेता के समर्थक और पुलिस अधिकारी भी शामिल थे।
श्रीलंका के मध्य शहर केंडी में मुसलमानों के सैकड़ों मकान, मस्जिद और दुकानों पर इसी महीने व्यवस्थित हमले किए गए थे। सरकार ने भ्रष्टाचार पर काबू पाने के लिए देश में एक सप्ताह के लिए इमरजेंसी लागू करने के अलावा सोशल मीडिया की वेबसाइटस पर भी प्रतिबन्ध लगा दिया था।
हमले तीन दिन तक जारी रहे। श्रीलंका में मुस्लिम विरोधी दंगे, क्षेत्र में पढ़ते हुए बुद्धमत और मुस्लिम विरोधी रुझानों की एक और उदाहरन है। श्रीलंका की सभी इकीस मिलियन की आबादी में 70 फीसद बोद्ध धर्म के मानने वाले हैं जबकि मुसलमानों की आबादी 9 फीसद है।