SSC और इंटरमीडीयट कोर्सॆ ज़रीया तालीम तेलगू , इंग्लिश के साथ उर्दू

* इमतिहानात साल में दो दफ़ा होते हैं
* जूनियर कॉलिजस और स्कूलस में स्टडी सैंटर्स‌
* राबिता क्लासीस इत्वार और आम तातीलात में होती हैं
* सर्टीफ़ीकट की मुसल्लमा हैसियत
* तालीम और मुलाज़मत के हुसूल केलिए तस्लीम शूदा
* आंधरा प्रदेश ओपन स्कूलस सोसाइटी हुकूमत का इदारा
* दसवीं और बारहवीं सतह के इमतिहानात सोसाइटी के तहत होंगे
हुकूमत आंधरा प्रदेश ने 1991 में ओपन स्कूल की शुरूआत की ताकि उन लड़के लड़कीयों को तालीम हासिल करने के मवाक़े मिल सकें जो बाज़ाबता स्कूल और जूनियर कॉलेजीस नहीं जा सके । 2008 – 09 और 2009 – 10 के दौरान 1,03,013 तलबा ने SSC के लिए अपने नाम दर्ज करवाए । 95,575 तलबा ने इमतेहान में शिरकत की । इस के बाद आइन्दा तालीमी साल 2010 – 11 -ए-। 2011 – 12 के लिए दाख़ले हुए और जारी हैं । हुकूमत ने बतारीख़ 04-09-2010 जी ओ ऐम ऐस नंबर 170 महकमा आला तालीम जारी किया जिस की रुसे APOSS के तहत और SSC रैगूलर कामयाब तलबा के लिए इंटरमीडीयट की सतह पर ओपन स्कूल से तालीमी सहूलत हासिल हो सके । APOSS ने इंटरमीडीयट कोर्स की शुरूआत साल 2010 – 11 -ए-से की । इंटरमीडीयेट की सतह पर ओपन स्कूल के तहत तलबा अपने मज़ामीन में जनरल और वोकेशनल का इंतेख़ाब कर सकते हैं । तलबा का दाख़ला साल जून के महीने से जारी हैं ।
APOSS इंटरमीडीयट कोर्स के अहम ख़द्द-ओ-ख़ाल
* फासलाती तर्ज़ ए तालीम
* ख़ुसूसी तौर पर तैयार करदा ख़ुद इकतिसाबी मवाद (SLM) की फ़राहमी।
शख़्सी राबिता प्रोग्राम्स (PCPs) : इन शख़्सी राबिता प्रोग्राम के तहत जूनियर लकच्रर्स और आला तालीम याफ़ता क़ाबिल अश्ख़ास के ज़रीया क्लासीस और लकचरज़ का जनवरी ता अक्टूबर में एहतिमाम किया जाएगा ।
मज़ामीन :
इंटरमीडीयट के तमाम मज़ामीन को तीन जूमरों में तक़सीम किया गया है । ग्रुप A जूबानें , ग्रुप B इख़तेयारी मज़ामीन , ग्रुप C पेशावाराना मज़ामीन ।
ग्रुप A के तहत एक या दो ज़बानों को मुंतख़ब किया जा सकता है । ग्रुप B से कम से कम दो मज़ामीन और अगर ख़ाहिशमंद हों तो ग्रुप C से कोई एक मज़मून का इंतिख़ाब कर सकते हैं । इन मज़ामीन के इंतिख़ाब के बाद अगर उम्मीदवार ने पाँच मज़ामीन में कामयाबी हासिल करली तो उन्हें APOSS इंटरमीडीयट की सनद के लिए अहल क़रार दिया जाएगा । तालिब-ए-इल्मों को छः मज़ामीन के इंतेख़ाब की सहूलत भी मौजूद है ।
तफ़सीलात : मंज़ूर शूदा जूनियर कॉलेजीस / स्कूल्स में हर तालीमी साल 40 शख़्सी राबिता प्रोग्राम , दूसरे हफ़्ता और इत्वार के इलावा दीगर आम तातीलात में मुनाक़िद होंगे । मंज़ूर शूदा जूनियर कॉलेजीस / स्कूल्स की फ़हरिस्त का जल्द ऐलान किया जाएगा तब तक ओपन स्कूल के SSC मराकीज़ ही पर आरज़ी तौर पर इंटरमीडीयट कोर्स के मराकीज़ रहेंगे । जिन में इज़ाफ़ा हुआ है ।
ज़रीया तालीम :POSS इंटरमीडीयट कोर्स के लिए तेलगू , उर्दू , अंग्रेज़ी और हिन्दी ज़रीया तालीम होगा ।

दाख़ला के लिए उम्र :
दाख़िला केलिए उम्मीदवार की उम्र 31 ओगस्ट‌ तक 15 साल मुकम्मील होना ज़रूरी है ।
दाख़िला केलिए क़ाबिलीयत :
दाख़ला के लिए उम्मीदवार का द्शवी जमात में कामयाब होना ज़रूरी है । APOSS इंटरमीडीयट कोर्स की तकमील के लिए द्शवी जमात की कामयाबी के बाद दो साल वक्फ़ा लाज्मी है ।
कोर्स की मीयाद :
उम्मीदवार की SSC इमतेहान में कामयाबी और APOSS इंटरमीडीयट कोर्स के इमतेहान की शिरकत के दरमयान दो साल का वक़फ़ा ज़रूरी है ।
* APOSS इंटरमीडीयट कोर्स की कामयाबी के लिए 5 मज़ामीन में काम्याबी लाज्मी है । * हर साल में दो मर्तबा इमतेहान मुनाक़िद किए जाऐंगे । उम्मीदवार को कोर्स मुकम्मील करने के लिए ज़्यादा से ज़्यादा 5 साल में 9 मवाक़े दिए जाऐंगे । * उम्मीदवार SSC काम्याब कर के 2 साल का वक्फ़ा रखते हैं तो इंटरमीडीयट कोर्स के मुंतख़ब करदा तमाम मज़ामीन में ब‌यकवक्त शिरकत करसकते हैं । इस का मत्लब ये है कि SSC इमतेहान में काम्याबी और इंटरमीडीयट कोर्स में काम्याबी के दरमयान दो साल का वक्फ़ा लाज्मी है । * अगर उम्मीदवार SSC के बाद बीला वक्फा इंटरमीडीयट कोर्स का इमतेहान देना चाहते हैं तो ज़्यादा से ज़्यादा चार मज़ामीन में शिरकत करसकते हैं और बाक़ी इमतेहान अगले साल देना होगा ।
क्रेडीट का इज्तेमा :
उम्मीदवार एक ही वक़्त में इंटरमीडीयट इमतेहान के लिए एक से ज़ाइद मज़ामीन का इंतेख़ाब कर सकते हैं । तमाम मज़ामीन में काम्याबी के बाद ही उम्मीदवार को APOSS इंटरमीडीयट का मार्क्स मेमो और सनद अता की जाए गी । मुक़र्रर करदा मीयाद के अंदर ही क़ाअदे के मुताबिक़ कोर्स की तकमील करना होगा ।
तलबा-ए-केलिए शख़्सी राबिता प्रोग्राम्स :
शख़्सी राबिता प्रोग्राम्स इंटरमीडीयट कोर्स के स्टडी सैंटर्स‌ पर दूसरा हफ़्ता और इत्वार और दूसरे तातीलात के दौरान मुनज़्ज़म किए जाऐंगे । इन प्रोग्राम्स में अमली सेशन्स (Parcticals) भी शामिल होंगे । उम्मीदवार को अमली और नज्रियाती इमतेहान में मुक़र्ररा काम्याबी के निशानात का हासिल करना ज़रूरी है । शख़्सी राबिता प्रोग्राम के दौरान उम्मीदवारों में तमाम मज़ामीन के ताल्लुक़ से पाए जाने वाले शक-ओ‍शुब्हात को असातिज़ा-ओ‍लकचरर्स‌ की जानिब से दूर किया जाएगा ।
क्रेडीट की मुंतकीली :
ऐसे उम्मीदवार जो इंटरमीडीयट बोर्ड के इमतेहान में एक या दो मज़ामीन ( साल अव्वल और दोम ) में काम्याब हों तो उन मज़ामीन को APOSS इंटरमीडीयट कोर्स में मुंतक़िल कर सकते हैं , यानी तालिब-ए-इल्म अपने दो मज़ामीन के निशानात इंटरमीडीयट APOSS में मुंतक़िल करता है तो इस उम्मीदवार को बाक़ी तीन मज़ामीन में कामयाबी हासिल करना होगा , जिस के बाद वो इंटरमीडीयेट APOSS कोर्स के सर्टीफ़ीकेट का अहेल होगा । उम्मीदवार का नज्रियाती और अमली दोनों इम्तेहानों में काम्याबी हासिल करना लाज्मी है । काम्याबी के लिए हर इमतेहान में कम से कम 35 फ़ीसद निशानात का हासिल करना ज़रूरी है । क्रेडीट की मुंतक़ली केलिए उम्मीदवार को हर मज्मून के लिए ज़ाइद 150 रुपया अदा करना होगा ।
हुकूमत से मुस्तनद :
इंटरमीडीयट APOSS कोर्स हुकूमत से मंज़ूर शूदा है हुकूमत आंधरा प्रदेश के महकमा आला तालीम से जारी किए गए हुक्मनामा G.O.M.S No 170 Higher Education ( IE-II) Dept मौरर्ख़ा 4 सितंबर 2010 -ए-की रो से इस की सनद आला तालीम और मुलाज़मत के हुसूल के लिए तस्लीम शूदा है । तलबा-ए-अपने तक्मील करदा दरख़ास्तों को स्टडी सैंटर्स‌ या शख़्सी राबिता प्रोग्राम के मराकज़ पर मुक़र्ररा तवारीख़ तक दाख़िल करसकते हैं । मज़ीद तफ़सीलात केलिए क़रीबी स्टडी सैंटर DEO/MEO/ के दफ़्तर पर रब्त पैदा करें।
AP Open School Society
SCERT Campus
Opp. L.B.Stadium E Gate
Basheerbagh, Hyderabad,
www.apopenschool.org
email:diraposshyd@yaho..in
जो उम्मीदवार ओपन ऐस एससी और ओपन इंटरमीडीयट करने के ख़ाहां हो और इस में दाख़ले की मालूमात रहबरी के लिए फ़ोन नंबर 9603074701 पर रब्त पैदा करसकते हैं इमकान हीका 2013 -ए-के बाद इंटरमीडीयेट ( ओपन ) को बरख़ास्त किया जाएगा ।