कर्नाटक: जस्टिस जयंत पटेल के इस्तीफा देने के बाद कर्नाटक बार कौंसिल के वकील उनके समर्थन में उतर आये हैं।
इस मामले में उन्होंने आज स्ट्राइक की। इनका कहना है कि हम चिंतित हैं कि न्यायाधीशों की रिक्तियां खाली पड़ी हैं, जो वर्तमान विषयों पर मामलों को संभालने के लिए मौजूदा न्यायाधीशों पर अत्यधिक दबाव डाल रही है।
केएसबीसी के अध्यक्ष पीपी हेगड़े ने कहा, जयंत पटेल की पहचान एक ईमानदार जस्टिस के रूप में होती है। उनके साथ हुए अन्याय के कारण, हमने 4 अक्टूबर को विरोध के चलते और हमें राज्य के सभी वकीलों को स्ट्राइक पर जाने के लिए कहा है।
जस्टिस पटेल के इस्तीफे के बाद, केवल 25 न्यायाधीश ही उच्च अदालत में 62 की स्वीकृत ताकत के मुकाबले सेवा कर रहे हैं।
उन्होंने बताया कि बंगलोरे के वकील समुदाय ने भी भारत के चीफ जस्टिस दीपक मिश्रा को अपने खुले पत्र में इस भावना को प्रतिध्वनित किया है।
आपको बता दें कि जयंत पटेल गुजरात के इशरत जहां मामले में सीबीआई जांच का आदेश देने के बाद चर्चा में आए थे। फिलहाल पटेल कर्नाटक हाई कोर्ट में हैं और उनका पिछले दिनों इलाहाबाद हाईकोर्ट ट्रांसफर कर दिया गया जिसके बाद उन्होंने अपने पद से रिजाइन कर दिया।
जयंत कर्नाटक हाईकोर्ट में सबसे सीनियर जज थे उन्होंने हाईकोर्ट के चीफ जस्टिस एस के मुखर्जी को अपना इस्तीफा सौंपा था।