जामिया और अलीगढ़ में दलितों को आरक्षण देने का बयान महज़ राजनीतिक हथकंडा है: एडवोकेट सरफराज अहमद

नई दिल्ली: अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी और जामिया मिल्लिया इस्लामिया दोनों अल्पसंख्यक संस्थानें हैं। इन संस्थानों को उनका अधिकार देने के बजाए उन पर जब चाहे राजनीति शुरू कर दी जाती है। हालाँकि अल्पसंख्यक संस्थानों के भूमिका का मामला अदालतों में लंबित है, फिर भी जान बोझ्कर यहाँ आरक्षण देने की बयानबाज़ी की जाती रही।

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यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने उक्त संस्थानों में दलितों को आरक्षण देने के बयान तो दे दिया मगर मिल्लते इस्लामिया ने उन्हें और सरकार को आइना भी दिखा दिया। सुप्रीम कोर्ट के प्रमुख वकील सरफराज अहमद सिद्दीकी ने कहा कि जामिया और अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी दोनों अल्पसंख्यक संस्थानें हैं और संविधान की धारा 29,30 के तहत अल्पसंख्यकों को अपने संस्थानें कायम करने का अधिकार दिया गया है।

उन्होंने कहा कि इन दोनों संस्थानों में पहले से ही आरक्षण दिया गया है और ऐसा भी नहीं है कि वहां दलितों के एडमिशन पर प्रतिबन्ध लगाई गई हो, वहां जो चाहे एडमिशन भी ले सकता है।