उत्तर प्रदेश में योगी आदित्यनाथ की सरकार बनने के बाद से राम मंदिर का मुद्दा फिर से सुर्ख़ियों में आ रहा है। विश्व हिन्दू परिषद् ने मंदिर निर्माण के लिए फिर से पत्थर मंगाना शुरू कर दिया है।
अखिलेश यादव की सरकार ने उत्तर प्रदेश में बाबरी मस्जिद की ज़मीन पर मंदिर निर्माण के लिए पत्थर मंगाने पर रोक लगा दी थी।
खबर के मुताबिक़, विश्व हिन्दू परिषद् ने राजस्थान के भरतपुर से लाल पत्थरों के दो ट्रक मंगाए थे जो कल अयोध्या पहुँच गए। प्रदेश में भाजपा सरकार आ जाने के बाद मंदिर को लेकर गतिविधियाँ इस क़दर तेज़ हैं कि पत्थर तराशने की वो कार्यशाला जो 7 साल से बंद थी, दुबारा शुरू कर दी गयी है।
वीहिप के संगठन मंत्री त्रिलोकी नाथ पांडे ने इस बारे में जानकारी देते हुए कहा कि पत्थरों की तराशी के लिए बड़ी बड़ी मशीनों को ठीक कराया जा रहा है।
6 दिसम्बर 1992 को अयोध्या में बनी बाबरी मस्जिद को आरएसएस और विश्व हिन्दू परिषद्का के कारसेवकों ने तोड़ दिया था जिसके बाद देश भर में दंगे हुए थे। कट्टर हिन्दू संस्थाओं की मांग है कि बाबरी मस्जिद के स्थान पर मंदिर बनाया जाए। मामला फिलहाल सुप्रीम कोर्ट में है।