सुपौल: बिहार मदरसा शिक्षा बोर्ड पटना के तहत सुपौल के हनुमान नगर गांव में स्थित मदरसा के खिलाफ पिछले दिन छात्रों ने ज़बरदस्त विरोध प्रदर्शन किया, और मदरसा के ज़िम्मेदारों पर भ्रष्टाचार, रिश्वत लेकर बहालीऔर उम्मीदवारों को परेशान करने का आरोप लगाया।
खबर के अनुसार मदरसा अरबिया छहटी हनुमान नगर जिला सुपौल के सचिव सईद उर रहमान और अध्यक्ष मौलाना ईसा अनवर ने बहाली के लिए अखबार में विज्ञापन दिया था, इंटरव्यू की तारीख पर जब उम्मीदवार मदरसा पहुँचे तो सचिव ने कहा कि इंटरव्यू रद्द कर दिया गया है। एक भी इंटरव्यू नहीं होगा जिसके बाद उम्मीदवारों ने जमकर हंगामा किया और कहा कि अगर ऐसा मामला था तो पहले क्यों सूचना नहीं दी गई।
उम्मीदवारों ने मदरसा प्रशासन पर आरोप लगाया कि दरअसल यहाँ रिश्वत लेकर एक विशेष व्यक्ति को बहाल कर लिया गया है इसलिए इंटरव्यू नहीं लिया जा रहा है।
गौरतलब है कि बिहार मदरसा शिक्षा बोर्ड के तहत चलने वाले किसी भी मदरसा का यह कोई पहली घटना नहीं है, सच्चाई यह है कि बिहार मदरसा बोर्ड में रिश्वत के नाम पर मोटी रकम देने वालों को ही बहाल किया जाता है। इंटरव्यू की घोषणा केवल खानापूर्ति के लिए होता है। रिश्वत और भ्रष्टाचार को लेकर बिहार मदरसा बोर्ड भारत के कुख्यात संस्थानों में से एक है।
लगातार विरोध और शिकायत के बावजूद रिश्वत लेकर शिक्षकों की नियुक्ति का सिलसिला रुकने का नाम नहीं ले रहा है। पटना से संबंधित एक विश्लेषक ने तो नाम न बताने की शर्त पर यह भी कहा कि बिहार मदरसा बोर्ड के इतिहास में ऐसी कोई मिसाल नहीं मिल सकती है कि किसी एक शिक्षक की बहाली रिश्वत के बिना हुई हो।