प्रेम प्रसंग में पड़ने की वजह से नहीं कर पाया पढ़ाई, परिक्षा में पास करने के लिए छात्र ने गुहार लगाई!

अब तक यूपी बोर्ड की परीक्षा के दौरान आंसरशीट में करंसी नत्थी करने के मामले सामने आए थे। अब कॉपियों को चेक करते वक्त एक दिलचस्प वाकया सामने आया है।

एक छात्र ने अपनी कॉपी में प्रेम प्रसंग की वजह से परीक्षा की तैयारी न हो पाने का हवाला देते हुए पास करने की गुहार लगाई है। मुजफ्फरनगर में बोर्ड मूल्यांकन के दौरान कुछ आंसरशीट में पास करने के लिए छात्रों की भावनात्मक अपील भी सामने आई है।

इंटरमीडिएट की परीक्षा में केमिस्ट्री (रसायन विज्ञान) की आंसरशीट में एक छात्र ने पहले पन्ने पर बोल्ड अक्षरों में लिखा, ‘आई लव माई पूजा। यह मोहब्बत भी क्या चीज है, न जीने देती है और न मरने…सर, इस लव स्टोरी ने पढ़ाई से दूर कर दिया वरना…।’

केवल पहले पन्ने पर लव अफेयर की सांकेतिक तस्वीर बनाते हुए पूरी आंसरशीट खाली छोड़ दी गई। इसमें छात्र ने दिल के अंदर धंसा हुआ तीर दिखाकर अपने प्यार का इजहार किया है।

हालांकि वह इकलौता ऐसा छात्र नहीं है, जिसने केमिस्ट्री के पेपर में जॉन डॉल्टन और मेंडलीव के बारे में लिखने के बजाए अपने संबंधों की केमिस्ट्री का जिक्र किया है।

मुजफ्फरनगर के जिला विद्यालय निरीक्षक (DIOS) मुनेश कुमार ने हमारे सहयोगी अखबार टाइम्स ऑफ इंडिया को बताया, ‘हां, हमें आंसरशीट में नत्थी करंसी नोट के साथ-साथ कुछ निराले संदेश मिल रहे हैं।’

एक और परीक्षार्थी ने अपनी आंसरशीट में लिखा, ‘गुरुजी को कॉपी खोलने से पहले नमस्कार। गुरुजी पास कर दें। चिट्ठी तू जा सर के पास, सर की मर्जी फेल करें या पास।’

एक स्टूडेंट ने कॉपी में भावुक अपील करते हुए लिखा, ‘मेरी मां नहीं हैं और अगर आप मुझे फेल करते हैं, तो मेरे पिता मुझे जान से मार देंगे।’ इसी तरह एक स्टूडेंट ने आंसरशीट में लिखा है कि फेल होने की सूरत में वह आत्महत्या कर लेगा।

नाम न छापने की शर्त पर मेरठ के एक सरकारी स्कूल के टीचर ने हमारे सहयोगी अखबार को बताया, ‘ज्यादातर मेसेज सहानुभूति हासिल करने के लिए होते हैं, जबकि कॉपी में नोट नत्थी करने के मामले तो लंबे अरसे से प्रचलन में रहे हैं।’

यूपी बोर्ड परीक्षा की कॉपियों को जांचने का काम 17 मार्च से चल रहा है। अब तक 60 लाख से ज्यादा कॉपियां चेक की जा चुकी हैं। दसवीं और बारहवीं के परीक्षार्थियों की 5.5 करोड़ से ज्यादा कॉपियां जांचने के लिए राज्य में कुल 248 सेंटर बनाए गए हैं।

इस काम में 1.46 लाख टीचर्स को लगाया गया है। आगे के ऐडमिशन में स्टूडेंट्स को दिक्कत न आए, इसे देखते हुए इस बार बोर्ड परीक्षा के नतीजे अप्रैल के तीसरे हफ्ते में आने की उम्मीद है।