मध्य प्रदेश में पिछले पंद्रह सालों से सत्ता पर काबिज़ भारतीय जनता पार्टी को विधानसभा चुनाव में हार का मूंह देखने के बाद अब हार के कारणों को लेकर नसीहतें मिलने लगीं हैं।
पार्टी ने अंदरूनी तौर पर तो हार की समीक्षा की ही है, लेकिन बाहरी एजेंसियां, संघ और कांग्रेस ने भी भाजपा की हार के कारणों की समीक्षा कर रखी है।
जहां, कांग्रेस का मानना है कि भाजपा ने अपने कार्यकाल में विकास पर ध्यान देने के बजाय इवेंट मैनेजमेंट पर ज्यादा ध्यान दिया। वहीं, अब संघ ने भी भाजपा को अहम नसीहत दे डाली है।
संघ ने चुनाव पर समीक्षा के बाद बीजेपी को हार का सबसे बड़ा कारण बताया है। संघ ने कहा कि, बीजेपी को नेगेटिव कैंपेन ने विधानसभा चुनाव में नुकसान पहुंचाया है, साथ ही यह सलाह भी दी कि, अगर अब भी पार्टी इससे बाहर नहीं आती तो लोकसभा चुनाव में भी उसे इसका खामियाजा भुगतना पड़ सकता है। संघ की रिपोर्ट के मुताबिक, चुनाव के दौरान ‘माफ करो महाराज’ जैसे विज्ञापनों की वजह से पार्टी को बड़ा नुकसान हुआ है।
संघ के मुताबिक, यह तो तीन राज्यों में मिली हार की ही बात है, अगर बीजेपी आने वाले चुनाव जीतने की इच्छा रखती है तो उसे नेगेटिव कैंपेनिंग से बचना होगा।
संघ की ये नसीहत इस लिहाज से अहम मानी जा रही है क्योंकि विधानसभा चुनाव में बीजेपी ने ‘माफ करो महाराज हमारा नेता शिवराज’ जैसे कैंपेन के प्रचार पर काफी खर्च किया था। संघ की रिपोर्ट में यह बात भी सामने आई कि, बीजेपी की व्यक्ति आधारित कैंपेनिंग से पार्टी की इमेज पर असर पड़ा है।
मीडिया रिपोर्ट्रस के मुताबिक, इलेक्शन के दौरान भाजपा के ही एक धड़े ने नेगेटिव कैंपेनिंग को लेकर सवाल खड़े किये थे, लेकिन उस समय आलाकमान द्वारा उन सवालों को दबाते हुए रणनीति पर काम करने की ही सलाह दी गई थी।
इसके बाद भी पार्टी ने उसी कैंपेन पर पैसा और पसीना जमकर बहाया था। लेकिन, अब चुनाव के समय वही सवाल उठाने वाले लोग पार्टी द्वारा लिए गए फैसलों पर टिप्पणी करने से भी नहीं चूक रहे हैं।