सूडान में प्रदर्शनकारियों पर सैनिकों के हमले में मरने वालों की संख्या 100 तक पहुंच गई है और अंतरिम सैन्य परिषद के प्रमुख ने विरोधियों के साथ बात-चीत के लिए अपनी तैयारी की घोषणा कर दी है।
ख़ारतूम में सैन्य मुख्यालय के बाहर लोकतंत्र के समर्थन में बैठे प्रदर्शनकारियों पर सैनिकों ने सोमवार को हमला कर दिया था। सैनिकों की गोलीबारी में 35 लोग तुरंत ही मारे गए थे जबकि सैकड़ों अन्य घायल हो गए थे। सूडान के डाॅक्टरों की केंद्रीय समिति ने बताया है कि इस हमले में मरने वालों की संख्या बढ़ कर 100 हो गई है।
इस घटना के बाद सूडानी सेना पर पड़ने वाले अंतर्राष्ट्रीय दबाव के कारण सेना प्रमुख लेफ्टिनेंट जनरल अब्दुल फ़त्ताह अलबुरहान ने विरोधियों से वार्ता न करने के अपने रुख़ से पलटते हुए कहा है कि वे वर्तमान चरण से निकलने के लिए सूडान के विरोधियों से वार्ता के लिए तेयार हैं।
उन्होंने इसी तरह कहा है कि वे 90 दिन में चुनाव कराने का समझौता करने के लिए भी तैयार हैं। ज्ञात रहे कि सूडान में प्रदर्शनकारी अप्रैल से मांग कर रहे हैं कि राष्ट्रपति उमर अलबशीर को सत्ता से हटाए जाने के बाद शासन में बदलाव किया जाए। राजधानी ख़ारतूम में हज़ारों प्रदर्शनकारी सेना मुख्यालय के सामने धरने पर बैठे हुए हैं।
पार्स टुडे डॉट कॉम के अनुसार, पिछले महीने सूडान की सेना और विपक्षी गठबंधन के बीच सरकार के गठन को लेकर समझौता हुआ था। सेना के जनरलों ने दो साल पर ज़ोर दिया जबकि विपक्ष के नेता सत्ता के चार साल चाहते थे।
इस बीच संयुक्त राष्ट्र संघ के महासचिव अंटोनियो गुटेरेस ने सैन्य कार्यवाही में प्रदर्शनकारियों के मारे जाने पर दुख जताते हुए घटना की कड़ी निंदा की है।