नई दिल्ली: भाजपा सरकार दिल्ली में शुक्रवार को बीजेपी के हजारों कार्यकर्ताओं को सड़क पर उतारने की तैयारी में है, जिसमें नोटबंदी के समर्थन में माहौल बनाने का मकसद होगा. बीजेपी ने इसे संकल्प मार्च का नाम दिया है, जिसमें ‘आई सपोर्ट मोदी’ के नारे के साथ बीजेपी के नेता और कार्यकर्ता सड़क पर उतरकर नोटबंदी के लिए समर्थन जुटाने का प्रयास करेंगे.
आज तक के अनुसार, शु्क्रवार को वाल्मीकि मंदिर से बीजेपी की संकल्प यात्रा शुरु होगी, जो संसद मार्ग पर पटेल चौक तक जाएगी. इसके लिए पार्टी ने बड़े पैमाने पर तैयारियां की है, ताकि विपक्ष के भारत बंद यानि 28 नवंबर के पहले ही आम लोगों के बीच नोटबंदी के लिए समर्थन हासिल किया जा सके. दिल्ली बीजेपी के अध्यक्ष शतीश उपाद्ध्याय के मुताबिक संकल्प मार्च का मुख्य मकसद बीजेपी के कार्यकर्ता सड़क पर उतरकर सीधे लोगों तक पहुंचकर अपनी बात कहेंगे और उन्हें नोटबंदी के फायदे समझाएंगे. इसके जरिए उसका मकसद लोगों को समझाने का होगा कि पुराने नोटों को बंद करके पीएम मोदी ने काले धन के खिलाफ लड़ाई शुरु की है, जिससे न सिर्फ देश की अर्थव्यवस्था सुधरेगी, बल्कि आने वाले वक्त में आम आदमी तक भी इसका फायदा पहुंचेगा. साथ ही बीजेपी का मकसद ये भी है कि विपक्ष नोटबंदी का विरोध कर रहा है, उसके पीछे आम लोगों की भलाई नहीं, बल्कि राजनीतिक पार्टियों का अपना अपना स्वार्थ है.
गौरतलब है कि बीजेपी ने ऐसे कई हथकंडे अपनाये हैं लेकिन अभी तक इस पर कोई कामयाबी नहीं मिली है और दूसरी तरफ बीजेपी इस बात को लेकर डर गया है कि दिल्ली में आम आदमी पार्टी पहले ही सड़क पर उतरकर आंदोलन कर चुकी है और लगातार नोटबंदी के विरोध में प्रदर्शन कर रही है. केजरीवाल खुद दिल्ली के अलावा दूसरे राज्यों में रैलियों का ऐलान कर चुके हैं. कांग्रेस के उपाध्यक्ष राहुल गांधी कई जगहों पर जाकर उनकी परेशानियों पर बात कर चुके हैं. बुधवार को कांग्रेस भी एक बड़ी रैली कर चुकी है और आगे आने वाले वक्त में भी नोटबंदी के विरोध में कई कार्यक्रमों का ऐलान कर चुकी है. जिससे बीजेपी में एक डर सा घुस गया है और अपनी बचाव के लिए जनता को रिझाने की प्रयास चल रही है. लेकिन जनता भलीभांति जानती है कि सरकार अभी जनता के लिए क्या कर रही है.