तीन तलाक पर सुप्रीम कोर्ट की पांच जजों की बेंच कल फैसला सुनाएगी। कल सुबह 10:30 बजे तक इस पर फैसला सुनाया जाएगा। संविधान पीठ में मुख्य न्यायाधीश जे एस खेहर और जस्टिस कुरियन जोसेफ, आरएफ नरीमन, यू ललित और अब्दुल नज़ीर शामिल हैं।
इस मामले में मुख्य याचिकाकर्ता सायरा बानो के वकील अमित चड्ढा गुरुवार को सुप्रीम कोर्ट की संवैधानिक पीठ के सामने पेश हुए। चड्ढा ने कोर्ट में पक्ष रखते हुए कहा कि मेरी नजर में ट्रिपल तलाक पाप है। इस सुनवाई के बाद ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड के रुख में नर्मी आई है और उसने कहा है कि तीन तलाक से बचा जाए।
सुप्रीम कोर्ट में केंद्र की दलीलों का जवाब देते हुए सिब्बल ने कहा था कि तीन तलाक एक खत्म होती परंपरा है। इसलिए इस परंपरा को चुनौती देने से यह परंपरा फिर से जिंदा हो सकती है। इसलिए इसे वैसे ही ख़त्म करना ज़रूरी है जैसे सती प्रथा को समाप्त किया गया था
सिब्बल ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट पर पिछले 67 सालों से मुस्लिम समुदाय का मजबूत भरोसा है। इसी भरोसे के साथ मुस्लिम समुदाय कोर्ट से अपने पर्सनल कानून और परंपराओं के संरक्षण की गुहार लगा रहा है।
साथ बोर्ड हलाला और बहु विवाह जैसे मुद्दों पर भी अपना पक्ष रखेगा।