ताजमहल के बदलते रंग पर सुप्रीमकोर्ट ने पुरातत्व विभाग को लगाई फटकार, दी चेतावनी

नई दिल्ली: सुप्रीम कोर्ट ने एक बार फिर विश्व प्रसिद्ध ताजमहल के बदलते रंग पर पुरातत्व विभाग (एएसआई) को फटकार लगाई। पर्यावरणीय मामलों से संबंधित न्यायमूर्ति मदन बी लोकोर और न्यायमूर्ति दीपक गुप्ता ने एएसआई को उस समय फटकार लगाई जब उसने बताया कि काई और रगंदी जराबों की वजह से ताजमहल का रंग बदल रहा है।

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सुप्रीमकोर्ट ने कहा कि 1996 में पहली बार ताजमहल के संबंध में आदेश जारी किया गया था लेकिन किसी ने भी ध्यान नहीं दिया, और बीस साल बाद भी कुछ नहीं किया गया। एएसआई के यह कहने पर कि ताजमहल को काई और कीडे मकोडे से नुकसान पहुंचाया जा रहा है, सुप्रीम कोर्ट ने गंभीर चिंता व्यक्त की।

एएसआई ने जब कहा कि ताज महल पर काई उड़कर इकट्ठा होती जा रही है तो अदालत ने एएसआई को फटकार लगाते हुए पूछा कि ताजमहल को काई कीड़े मकौड़े कैसे नुकसान पहुंचा सकते हैं। अदालत ने कहा कि काई के पास पर होते हैं, जो ताजमहल पर उड़कर बैठ रही है। अगर एएसआई का अदालत में यही रुख रहा तो सरकार को इस ऐतिहासिक इमारत के प्रबंधन के लिए दूसरा विकल्प खोजना होगा।