रेल मंत्री सुरेश प्रभु ने की इस्तीफ़े की पेशकश

नई दिल्ली: एक ही हफ्ते में कलिंग उत्कल एक्सप्रेस और कैफियत एक्सप्रेस जैसे बड़े ट्रेन हादसों के बाद अब रेलवे बोर्ड के अध्यक्ष अशोक मित्तल ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है। ये इस्तीफा उन्होंने रेल मंत्री सुरेश प्रभु को सौंपा है।

लेकिन आज रेल मंत्री सुरेश प्रभु ने पीएम मोदी से मुलाकात कर इन रेल हादसों पर सफाई देते हुए इनकी नैतिक जिम्मेदारी खुद पर ली है और अपने इस्तीफे की पेशकश की है।

इस मामले में पीएम मोदी ने उन्हें इंतजार करने के लिए कहा है। सुरेश प्रभु ने ट्वीट कर कहा, ”बतौर मंत्री तीन साल से कम समय में, मैंने रेलवे की बेहतरी के लिए अपना खून-पसीना बहाया है। पीएम के नेतृत्‍व में हम दो दशक के ढांचागत सुधारों को अंजाम दिया है, अभूतपूर्व निवेश और उपलब्धियां हासिल की हैं।

पीएम मोदी के सपनों के न्‍यू इंडिया में एक ऐसा रेलवे होना चाहिए जो आधुनिक और प्रभावी हो। मैं विश्‍वास दिलाता हूं कि रेलवे उसी रास्‍ते पर आगे बढ़ रही है।” सुरेश प्रभु ने हादसों पर दुख जताते हुए कहा कि उन्‍होंने इस मामले में प्रधानमंत्री से बात की है।

उन्‍होंने लिखा, ”दुर्भाग्‍यपूर्ण हादसों, यात्रियों की जीवन क्षति, से बेहद दुखी हूं। इससे मुझे बेहद तकलीफ पहुंची है। मैं नैतिक जिम्‍मेदारी लेते हुए प्रधानमंत्री से मिला था, उन्‍होंने मुझसे इंतजार करने को कहा है।”