पटना। आरजेडी प्रमुख लालू प्रसाद यादव के कुनबे की मुश्किलें बढ़ती नज़र आ रही हैं। मिट्टी घोटाले में बिहार के उप मुख्यमंत्री सुशील मोदी ने अब तेज प्रताप यादव के खिलाफ विजिलेंस जांच के आदेश दे दिए हैं।
जांच के आदेश दिए जाने के बाद मीडिया से बात करते हुए सुशील मोदी ने कहा, “मिट्टी घोटाला बहुत ही छोटा 40-50 लाख रुपए का है। मिट्टी घोटाले के ज़रिए ही हम जान पाए कि लालू 1000 करोड़ से भी ज्यादा कीमत की बेनामी संपत्तियों के मालिक थे। हम मिट्टी घोटाले से संबंधित फाइलों की समीक्षा कर रहे हैं।”
मोदी ने कहा, “मैने अपनी जिम्मेदारी संभाल ली है। भ्रष्टाचार के खिलाफ हमारी लड़ाई जारी रहेगी। हम किसी को नहीं छोड़ेंगे चाहे वह बेनामी संपत्ति का अपराधी हो या फिर भ्रष्टाचार या काला धन का। यह हमारी सबसे बड़ी प्राथमिकता है।”
उप मुख्यमंत्री ने कहा कि उनकी सरकार पटना और आसपास के इलाकों में चल रहे मिट्टी के खनन से जुड़े माफियाओं पर कड़ी मेहनत कर रही है, इसमें कई आरजेडी नेता शामिल हैं।संयोग से, पटना पुलिस ने रविवार को रेत खनन माफिया के खिलाफ बड़ी कार्रवाई की और इस संबंध में 34 से ज्यादा लोगों को गिरफ्तार किया है।
बता दें कि लालू के बेटे तेज प्रताप पर आरोप है कि उन्होंने मॉल के निर्माण के दौरान चिड़ियाघर से मिट्टी सस्ते दामों में खरीदी। नई सरकार के गठन के बाद वन पर्यावरण मंत्रालय की कमान सुशील मोदी को सौंपी गई है। मंत्रालय की कमान संभालते ही सुशील मोदी ने इस मामले में तेज प्रताप के खिलाफ जांच के आदेश दे दिए।