विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने बांग्लादेश की पीएम शेख हसीना से फोन पर बात कर कहा है कि भारत सरकार रोहिंग्या संकट के मुद्दे पर बांग्लादेश का समर्थन करेगी। इस बात की जानकारी बांग्लादेश पीएमओ के डिप्टी सेक्रेटरी नज़रुल इस्लाम ने दी।
सुषमा स्वराज ने कहा कि रोहिंग्या मुसलमानों के प्रति हिंसा और उत्पीड़न को रोकने के लिए भारत सरकार म्यांमार पर द्विपक्षीय और बहुपक्षीय दबाव बनाने की कोशिश कर रही है।
विदेश मंत्री ने शेख हसीना के कहा कि भारत सरकार इस बात का भी दबाव बना रही है कि बांग्लादेश में रह रहे रोहिंग्या शरणार्थियों को वापस म्यांमार में रहने दिया जाए। उन्होंने कहा कि रोहिंग्या संकट सिर्फ बांग्लादेश का नहीं बल्कि वैश्विक स्तर का मामला है।
गौरतलब है कि केंद्र सरकार ने सुप्रीम कोर्ट में गुरुवार को एक हलफनामा दाखिल किया था, जिसमें कहा गया है कि रोहिंग्या मुसलमान राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए खतरा हैं।
वहीं संयुक्त राष्ट्र के महासचिव एंटोनियो गुटेरेस ने रोहिंग्या मुसलमानों को लेकर बिगड़े हालातों पर चिंता जताई। गुटेरेस के मुताबिक रोहिंग्या मुसलामानों के साथ जो हो रहा है, वो मानवता के खिलाफ है।
दरअसल, पिछले हफ्ते करीब 1 लाख 25 हजार रोहिंग्या मुसलमान बंग्लादेश पहुंच गए और अब ये आकंड़ा करीब 3 लाख 80 हजार तक पहुंच चुका है।