CM योगी के अस्पताल दौरे की वजह से नहीं किया जा सका ऑक्सीजन का भुगतानः निलंबित प्रिंसिपल

गोरखपुर के बीआरडी मेडिकल कॉलेज के बर्ख़ास्त प्रिंसिपल राजीव मिश्रा ने अस्पताल में हुई बच्चों की मौत को लेकर नया खुलासा किया है। उन्होंने भुगतान में देरी के लिए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के अस्पताल दौरे को ज़िम्मेदार ठहराया है।

राजीव मिश्रा ने कहा कि मुख्यमंत्री के अस्पताल आने की वजह से व्यस्तता रही और डीलर को भुगतान समय पर नहीं किया जा सका। उन्होंने बताया कि वह राज्य के स्वास्थ विभाग को चार बार चिठ्ठी लिखकर पैसों की मांग कर चुके थे। स्वास्थ विभाग ने 5 अगस्त (शनिवार) को रुपया रिलीज़ करने का ऑर्डर किया। 

बीआरडी मेडिकल कॉलेज में ऑर्डर का डिस्पैच 7 अगस्त (सोमवार) को पहुंचा। इसी दिन डिस्पैच को क्लियरेंस के लिए ट्रेजरी के पास भेजा गया जिसने बैंक के लिए टोकन 8 तारीख़ को रिलीज़ किया।

इसके बाद 9 तारीख़ को यह टोकन बैंक को भेजा जाना था लेकिन 9 तारीख़ को अस्पताल में मुख्यमंत्री पहुंच गए और टोकन बैंक नहीं भेजा जा सका। 

उन्होंने कहा कि अगर टोकन  9 तारीख़ को बैंक पहुंच जाता तो 10 तारीख़ तक रुपया पुष्पा फर्म के अकाउंट में पहुंच जाता और ऑक्सीजन की सप्लाई नहीं रुकती।

अस्पताल प्रशासन का कर्मचारी टोकन 10 तारीख़ को बैंक ले गया जिसके बाद पुष्पा फर्म को रुपए ट्रांसफर करने की प्रक्रिया शुरू हुई। अस्पताल प्रशासन आरटीजीएस की सुविधा का इस्तेमाल नहीं करता है, इसलिए पुष्पा फर्म के अकाउंट में रुपए पहुंचने में एक दिन का समय लगा। प्रिंसिपल मिश्रा ने फोन करके पुष्पा फर्म को बैंक से ट्रांसफर किए जाने की जानकारी दी लेकिन इसके बावजूद फर्म ने ऑक्सीजन की सप्लाई रोक दी।

वहीं, पुष्पा सेल्स के डायरेक्टर मनीष भंडारी ने सफाई देते हुए कहा कि करार के मुताबिक, 10 लाख से ज़्यादा का बकाया नहीं होना चाहिए, फिर प्रिंसिपल किस तरह इस देरी को सही ठहरा रहे हैं। 

इसपर प्रिंसिपल ने कहा कि सरकार की ओर से बजट आवंटन में देरी की वजह से डीलर को भुगतान करने में देरी होती है।