गोरखपुर मेडिकल कॉलेज हादसे के बाद योगी सरकार की कॉलेज के प्राचार्य डॉ. राजीव मिश्र के ख़िलाफ़ कार्रवाई का के सबसे बड़े संगठन इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (आइएमए) ने विरोध किया है।
आइएमए ने तुरंत डॉ. राजीव मिश्र का निलंबन वापस लेने की मांग की है।
एसोसिएशन के अध्यक्ष डॉ. केके अग्रवाल ने कहा कि अस्पतालों में गंभीर मरीजों के लिए ऑक्सीजन बुनियादी जरूरत है। इसलिए किसी भी अस्पताल में ऑक्सीजन की आपूर्ति बाधित नहीं की जा सकती।
उन्होंने कहा कि ऑक्सीजन जैसी जरूरत के लिए भुगतान एडवांस में भी किया जाना चाहिए ताकि फंड की कमी के चलते सुविधाओं पर असर न पड़े। इस प्रकरण में प्राचार्य की गलती नजर नहीं आ रही है। इसलिए निलंबन तुरंत वापस लिया जाना चाहिए।
एसोसिएशन का कहना है, पहली बात ये कि जिस तरह प्रिंसिपल को ज़िम्मेदार ठहराते हुए कार्रवाई की गई है वह ग़लत है। अगर प्रिंसिपल को ज़िम्मेदार माना जा रहा है तो राज्य के स्वास्थ्य विभाग की ज़िम्मेदारी भी तय होनी चाहिए।”