हदिया केस में स्वामी अग्निवेश का बयान, सोलिटर जनरल RSS की विचारधारा को छोड़ संविधान पर चलें

कोच्चि: केरल में चल रहे हदिया उर्फ़ अखिला के मामले में सामाजिक कार्यकर्ता स्वामी अग्निवेश ने कहा कि एएसजी को भारतीय संविधान की भावना का प्रतिनिधित्व करना चाहिए,न की  आरएसएस की विचारधारा की|

सुप्रीम कोर्ट के न्यायाधीशों की अखंडता पर संदेह होने पर दीपक मिश्रा ने लड़की को अदालत में पेश करने के लिए कहा है ताकि वह पूछें और समझ सकें| उन्होंने कहा कि एएसजी को आरएसएस की विचारधारा से नहीं, संविधान की भावना और पत्र का प्रतिनिधित्व करना चाहिए| अग्निवेश ने अपनी बात एर्नाकुलम के थ्रीकक्कारा में राजीव गांधी अध्ययन मंडल द्वारा शिव शक्ति योग विद्या केंद्र से संबंधित मामले की उचित जांच की मांग चल रहे विरोध प्रदर्शन के दौरान कही थी|

अग्निवेश ने इस विरोध मार्च का नेतृत्व किया और केंद्र सरकार के बारे में अपनी चिंताओं के बारे में एसीपी से बात की। इस मार्च में सोशल डेमोक्रेटिक पार्टी ऑफ इंडिया और पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया के सदस्यों ने हिस्सा लिया था।  उन्होंने इस घटना के बारे में कहा कि  किसी पर हमला करके उसे डरा धमका कर हिन्दू धर्म में वापिस बदलना हिंदू धर्म के आस्था के खिलाफ है उसे पूर्ण रूप से स्वतंत्रता अधिकार है|

उन्होंने कहा कि मुझे सर्वोच्च न्यायालय पर पूरा भरोसा है कि हदिया को न्याय मिलेगा और यह फैसला पूरे देश को व्यक्तिगत स्वतंत्रता के बारे में एक संदेश भेज देगा जो कि हर नागरिक का हकदार है।