दुबई: संयुक्त अरब अमीरात के अटार्नी जनरल ने नागरिकों और संस्थाओं को चेतावनी दी है कि सोशल मीडिया या किसी अन्य माध्यम से क़तर के साथ हमदर्दी का इज़हार करना एक दंडनीय अपराध है।
बीबीसी ने खलीज टाइम्स के हवाले से खबर दी है कि यह चेतावनी अटॉर्नी जनरल हम्माद सैफ़ अल शम्स द्वारा बुधवार को जारी किए गए एक बयान में दी गई है।
संयुक्त अरब अमीरात उन छह देशों में शामिल है जिन्होंने सोमवार को क़तर में क्षेत्र को अस्थिर करने का आरोप लगाते हुए उसे राजनयिक संबंधों से अलग करने की घोषणा की थी।
क़तर पर आरोप लगाया गया है कि वह मुस्लिम ब्रदरहुड के अलावा आइएस और अन्य चरमपंथी संगठनों का समर्थन करता है। लेकिन क़तर ने इन आरोपों का खंडन किया है, जबकि तुर्की और कुवैत क़तर को अलग करने के विरोधी हैं।
खलीज टाइम्स के अनुसार अटार्नी जनरल हम्माद सैफ अल शम्स ने बयान में कहा है कि संयुक्त अरब अमीरात ने क़तर की ओर से संयुक्त अरब अमीरात, खलीज सहयोग परिषद और अन्य अरब देशों के बारे में अपमानजनक और गैर जिम्मेदाराना नीतियों के कारण उसके खिलाफ सख्त रुख अख्तियार किया है।
उन्होंने कहा है कि ‘संयुक्त अरब अमीरात की राष्ट्रीय सुरक्षा की रक्षा और घरेलू और सार्वजनिक हितों के लिए यह कड़ा फैसला किया गया है।’बयान में जनता से कहा गया है कि ‘जो कोई क़तर के साथ हमदर्दी या पसंदीदगी इज़हार करेगा या यूएई की स्थिति के खिलाफ सोशल मीडिया या मीडिया के किसी और माध्यम का उपयोग करेगा उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। ‘