सीरिया पर हमले को लेकर इजरायल ने किया बड़ा दावा!

इस्राईल के निवर्तमान सेना प्रमुख ने दावा किया है कि इस्राईल वर्षों से क़रीब प्रतिदिन सीरिया पर बमबारी करता आ रहा है। इस्राईल के सेना प्रमुख गैदी आइसनकोट ने न्यूयॉर्क टाइम्स को इंटरव्यू देते दावा किया कि केवल 2018 में इस्राईल ने ईरान से संबंधित ठिकानों पर 2000 से अधिक बम गिराए।

आइसनकोट ने इन हमलों को सही ठहराते हुए यह भी दावा किया कि दमिश्क़ और तेहरान इन हमलों के बारे में कुछ नहीं कर सकते हैं।इस्राईली लेफ़्टिनेंट जनरल के दावों के विपरीत, इस्राईली वायु सेना सीरिया में कई बार मुंह की खा चुकी है और भारी नुक़सान उठा चुकी है।

17 सितम्बर 2018 को इस्राईली युद्धक विमानों ने सीरियाई मिसाइल रक्षा प्रणाली से बचने के लिए रूस के एक सैन्य विमान को ढाल के रूप में प्रयोग किया था, जिसमें सवार रूस के 15 सैन्य अधिकारियों की मौत हो गई थी।

मास्को ने इस घटना के लिए इस्राईल को पूरी तरह ज़िम्मेदार ठहराते हुए, सीरिया को एस-300 मिसाइल रक्षा प्रणाली दे दी थी।

रूस ने यह भी धमकी दी थी कि अगर इस्राईल ने सीरिया में मौजूद उसके सैनिकों को किसी भी तरह के ख़तरे में डाला तो भूमध्य सागर के इलाक़े में उड़ान भरने वाले उसके युद्धक विमानों के सिगनल जाम कर दिये जायेंगे।

उसके बाद कई महीनों तक इस्राईल ने सीरिया में कोई हवाई हमला नहीं किया था, लेकिन हाल ही में इस्राईल ने रूट्स में बदलाव करके और काफ़ी दूरी से सीरिया पर कई हमले किए हैं।

सीरियाई रक्षा प्रणाली ने इस्राईली युद्धक विमानों द्वारा दाग़े गए लगभग सभी मिसाइलों को हवा में ही ध्वस्त कर दिया है। क्रिसमस के दिन इस्राईली युद्धक विमानों ने सीरियाई मिसाइल रक्षा प्रणाली से बचने के लिए दो नागरिक विमानों को ढाल के रूप में प्रयोग किया।

रूसी रक्षा मंत्रालय ने एक बयान जारी करके कहा था कि इस्राईली एफ़-16 युद्धक विमानों ने बेरूत और दमिश्क़ हवाई अड्डों पर लैंडिंग करने वाले दो सिविलियन विमानों को ढाल बनाया था।

सीरिया की शक्तिशाली रक्षा प्रणाली से बचने के लिए इस्राईली वायु सेना अब इतनी घटिया एवं अमानवीय रणनीति अपना रही है। हमेशा की तरह ज़ायोनी अपने लक्ष्यों को साधने के लिए सैकड़ों और हज़ारों निर्दोष लोगों की जान को दांव पर लगाने से नहीं हिचक रहे हैं।

हां, इस्राईल इस घटिया रणनीति को अपनाकर सीरियाई वायु सीमा का उल्लंघन जारी रखे हुए है, लेकिन सीरिया की जवाबी कार्यवाही के डर से अब उसके विमान सीरियाई सीमा में नहीं घुस रहे हैं और खुलकर हमले नहीं कर रहे हैं।

शुक्रवार को भी सीरियाई मिसाइल रक्षा प्रणाली ने दमिश्क़ अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे के निकट स्थित एक गोदाम पर फ़ायर किए गए अधिकांश इस्राईली मिसाइलों को हवा में ही ध्वस्त कर दिया।

इस्राईली सेना प्रमुख के दावों के विपरीत, सीरिया या लेबनान अब इस्राईल के लिए आसान टारगेट नहीं हैं, बल्कि यह इस्राईल है कि जो सीरिया में आतंकवाद की पराजय के बाद इस्लामी प्रतिरोधी मोर्चे के निशाने पर है।

साभार- ‘parstoday.com’