राज्य की सबसे बड़ी पार्टी होने के नाते हमें मौक़ा मिलना चाहिए, हम कोर्ट जाएंगे: तेजस्वी यादव

बिहार में 20 महीने पुराने जेडीयू-आरजेडी-कांग्रेस महागठबंधन टूटने के बाद नीतीश कुमार ने अब बीजेपी के साथ सरकार बना ली है। गुरुवार सुबह 10 बजे नीतीश ने छठी बार सीएम पद की शपथ ली। उन्होंने बुधवार शाम करीब 6 बजे इस्तीफा दिया था।

इनके अलावा बीजेपी के सीनियर लीडर सुशील कुमार मोदी ने भी डिप्टी सीएम पद की शपथ ली। कहा जा रहा है कि विश्वास मत हासिल करने के बाद नीतीश अपनी कैबिनेट का विस्तार करेंगे। ऐसी खबर है कि दोनों पार्टियों के कोटे से 14-14 मंत्री बनाए जा सकते हैं।

इस बीच, आरजेडी नेता तेजस्वी यादव ने कहा कि वे कोर्ट जाएंगे। उधर, राहुल गांधी ने कहा कि नीतीश स्वार्थ के लिए महागठबंधन से अलग हो गए। 

नीतीश ने कहा कि बिहार के हित में फैसला लिया…पथ लेने के बाद नीतीश कुमार ने गुरुवार को कहा कि बिहार के विकास के लिए हमने ये फैसला लिया है, आगे भी बिहार के हित में फैसला लेंगे, लोगों की सेवा करते रहेंगे, बिहार को तरक्की के रास्ते पर ले जाएंगे।

राहुल के बयान पर जब मीडिया ने सवाल किए तो वे पलटे जरूर लेकिन बिना कुछ कहे आगे बढ़ गए।

बता दें कि राहुल ने गुरुवार सुबह कहा कि नीतीश मुझसे मिले थे तभी हमे पता चल गया था कि वे अलग हो सकते हैं। उनकी ओर से यह प्लानिंग 3-4 महीने से चल रही थी।

छठी बार सीएम बने नीतीश

– नीतीश छठी बार सीएम बने हैं। इससे पहले उन्होंने दो बार आरजेडी के सपोर्ट से सरकार बनाई थी।
– पहली बार (एनडीए के साथ) – 3 मार्च 2000 से 10 मार्च 2000 तक (7 दिनों के लिए)
– दूसरी बार (एनडीए के साथ) – 24 नवंबर 2005 से 26 नवंबर 2010
– तीसरी बार (एनडीए के साथ) – 26 नवंबर 2010 से 20 मई 2014 तक
– चौथी बार (आरजेडी के सहयोग से) – 22 फरवरी 2015 से 20 नवंबर 2015 तक
– पांचवीं बार (महागठबंधन-कांग्रेस, आरजेडी और जेडीयू) – 20 नवंबर 2015 से 26 जुलाई 2017 तक।
– छठी बार: 27 जुलाई, 2017 एनडीए के साथ।

 

आरजेडी ने शपथ ग्रहण रोकने की मांग की थी

– देर रात गवर्नर हाउस से नीतीश और एनडीए के नेताओं के जाने के करीब 30 मिनट बाद तेजस्वी अपने विधायकों और मंत्रियों के साथ पैदल मार्च करते हुए वहां पहुंचे। इसके बाद उन्होंने अपने छह मेंबर्स के रिप्रेजेंटेटिव ग्रुप के साथ गवर्नर से मिलने की इजाजत मांगी। इसके थोड़ी देर बाद वे अंदर गए।
– करीब 2:50 बजे गवर्नर हाउस से बाहर निकलने के बाद RJD के स्पोक्सपर्सन मनोज झा ने बताया कि उन्होंने गवर्नर से ‘बोम्मई केस’ का हवाला देते हुए सारी बातें रखी हैं। राज्य की सबसे बड़ी पार्टी होने के नाते हमें पहले मौका मिलना चाहिए था और गवर्नर से उन्होंने सुबह होने वाले शपथ ग्रहण को रोकने की मांग की।
– इसके बाद गवर्नर ने कहा कि सुबह तक वे जरूर कोई फैसला लेंगे। हालांकि, गवर्नर ने ये भी कहा कि शपथ ग्रहण का फैसला लिया जा चुका है, उसे नहीं बदला जा सकता।
जेडीयू के कुछ विधायक हमारे साथ, नीतीश ने उन्हें कैद कर रखा है: तेजस्वी
– तेजस्वी ने गवर्नर से मुलाकात के बाद कहा था- “आखिर नीतीश किस मुंह से सीएम पद की शपथ लेंगे। अब वे अपने ऊपर लगे आरोपों का जनता को जवाब दें।”
– तेजस्वी ने नीतीश पर हमला करते हुए कहा, “किस मुंह से ये शपथ लेने का काम करेंगे, इनका मर्डर का केस चल रहा है। तेजस्वी एक बहाना था, इनको बीजेपी के साथ जाना था। भूल गए इसी मोदी ने नीतीश को डीएनए वाली बात कही थी, गाली दी थी। अब ये गोडसे के वशंज के साथ सरकार बना रहे हैं।”
– उन्होंने कहा कि गवर्नर से हमने उनके फैसले के रिव्यू की मांग रखी है। शपथ ग्रहण रोकने की मांग की है। हमें बहुमत साबित करने का मौका देने की अनुरोध किया है। तेजस्वी के मुताबिक, जेडीयू के कुछ विधायक उनके साथ हैं जिन्हें सीएम हाउस में नीतीश ने कैद किया है। उन्होंने कहा कि अगर उनको (नीतीश) इतना भरोसा है तो चुनाव में क्यों नहीं जाते?
– तेजस्वी ने कहा, “महागठबंधन तो टूटा ही नहीं है। कांग्रेस हमारे साथ है, माले के लोग आ गए हैं, जेडीयू के कुछ विधायक भी हैं।” उन्होंने कहा कि उन्हें (तेजस्वी) मोहरा बनाकर बीजेपी ने अपनी राजनीति चमकाई है।”
RJD सबसे बड़ी पार्टी, पहले हमें मौका मिलना चाहिए
– इससे पहले गवर्नर हाउस पहुंचने के बाद तेजस्वी ने कहा कि सिंगल लारजेस्ट पार्टी होने के नाते पहले उन्हें बुलाया जाना चाहिए था। रात को मिलने और फिर सरकार बनाने के लिए समर्थन पत्र देने की इतनी जल्दी क्यों थी नीतीश को?
– उन्होंने कहा कि वे यहां गवर्नर से मिलने पहुंचे हैं। अगर उन्होंने मिलने के लिए नहीं बुलाया तो फिर वे बाहर ही विधायकों के साथ उनका इंतजार करेंगे।
– इस दौरान RJD नेता और तेजस्वी के सपोटर्स उनके सपोर्ट में नारा लगाते रहे और ताली बजाकर प्रोटेस्ट करते रहे।
– बता दें कि तेजस्वी और तेजप्रताप के पैदल मार्च के ठीक पहले लालू यादव चारा घोटाला मामले में पेशी के लिए रांची के लिए निकल गए।
हमारे पास 132 विधायकों का समर्थन: सुशील मोदी
– राजभवन में नीतीश के साथ मौजूद सुशील मोदी ने निकलने के बाद मीडिया को एड्रेस किया। उन्होंने कहा कि बीजेपी, आरएलएसपी (राष्ट्रीय लोक समता पार्टी) और एलजेपी (लोकजनशक्ति पार्टी) को मिलाकर कुल 132 विधायकों का सपोर्ट हमारे साथ है।

– सुशील मोदी ने इस बारे में गवर्नर को समर्थन पत्र सौंपा। उन्होंने कहा, “जब गवर्नर विश्वास मत प्राप्त करने के लिए डेट देंगे, उस दिन हम विश्वास मत पेश कर देंगे।”

– राजभवन से निकलने के बाद बिहार बीजेपी के अध्यक्ष नित्यानंद राय ने भी मीडिया से बात की। राय ने कहा कि हमें सबसे बड़ी पार्टी होने का समर्थन प्राप्त है। इसी लिहाज से हमनें सरकार बनाने का दावा पेश किया।

 

विधानसभा का गणित

– कुल सीटें  243
– बहुमत  122
– जेडीयू   71
– बीजेपी+  58
कुल  129

 

अपोजिशन की स्थिति

– आरजेडी  80
– कांग्रेस  27
– अन्य  07

 

13 राज्य BJP शासित, 5 राज्यों में इसकी गठबंधन सरकार
– 18 में से 13 राज्यों में बीजेपी की सरकार है। 5 राज्यों में बीजेपी के गठबंधन वाली सरकारें हैं।

– देश की 58% इकोनॉमी और 67% आबादी बीजेपी शासित है।