सरकार को जगाने के लिए अब तमिलनाडु के किसानों ने लगाई सांकेतिक फांसी

दिल्ली के जंतर मंतर पर तमिलनाडु का किसानों का धरना प्रदर्शन जारी है । दो महीने से अपनी मांगों को लेकर प्रदर्शन कर रहे किसानों ने अब अपने लिए फांसी की मांग की है । जंतर मंतर पर किसानों ने सांकेतिक फांसी लगाकर अपना दर्द बया किया ।

किसान पिछले दो महीनों से प्रदर्शन कर रहे है । तमिलनाडु के किसानों को प्रशासन का ध्यान अपनी ओर आकर्षित करने के लिए अपना ही मलमूत्र तक खाया । किसानों का कहना है कि हमारे यहां सूखा पड़ा है जिसका हमें कोई पैकेज नहीं दिया जा रहा, खराब मौसम के कारण हमारी फसलें खराब हो गईं जिसके बाद हमें उसका मुआवजा भी नहीं दिया जा रहा है, हम किसानों का कर्ज माफ करने से मना कर दिया गया। यहीं कारण है कि केंद्र सरकार ने हमें इस स्थिति में लाकर खड़ा कर दिया है कि अब हमें अपना मलमूत्र खाना पड़ रहा है।

नेशलन साउथ इंडिया रिवर्स इंटरलिंक फारमर्स एसोसिएशन के बैनर तले यहां जुटे किसानों ने जुलाई में सरकार से कुछ नई मांगें जोड़ी हैं, जिनमें कावेरी नदी प्रबंधन बोर्ड का गठन और किसान पेंशन (5000 रुपए प्रतिमाह) जैसी मांगें शामिल हैं।

इसके अलावा पहले से चले आ रहे तमाम मुद्दों को उन्होंने दोबारा उठाया है। मसलन फसलों की खरीद मूल्य लागत मूल्य से ज्यादा रखने, नेशनल वाटर वेज प्रोजेक्ट में एसी कामराज की अगुआई वाली समिति की सिफारिशें लागू करने की मांग वे पहले भी उठाते रहे हैं। ये किसान कर्ज माफी, सूखा राहत पैकेज को संशोधित करने और उत्पादों के लिए बेहतर समर्थन मूल्य की मांग कर रहे हैं।