4 हज़ार रुपए किलो के मशरूम की रोटी खाने वाले PM के देश में किसान पेशाब क्यों पी रहा है?

आज कुछ लोग जंतर मंतर जा रहे हैं। उन किसानो को रोकने जो विरोधस्वरूप अपना ही मल खाना चाहते हैं।

मैं कहता हूँ जाईये और अगर दिल्ली में अंतर्राष्ट्रीय मीडिया के नुमाइंदे मौजूद हों तो उन्हें भी लेकर जाइये और सारी दुनिया को देखने दीजिए कि जिस मुल्क का वज़ीर ए आज़म चार हज़ार रुपए किलो वाले मशरूम की रोटी खाता है और करोड़ रुपये का सूट पहनता है, उस मुल्क के गरीब कर्ज़दार किसान आज अपना ही मल मूत्र खाने पर मजबूर हो गए।

आज हमारे पास मंगोलिया और बंगलादेश को बांटने के तो पैसे हैं लेकिन कर्ज़ मे डूबे हमारे अपने ही किसानों का कर्ज़ माफ करने की हिम्मत नही।

आज राष्ट्रीय नही बल्कि अंतर्राष्ट्रीय शर्म का दिन है और किसानों को पेशाब पीने के बजाए उन दलाल मीडिया के पत्रकारो के मुंह पर पेशाब से छींटे देना चाहिए जो सरकार के गुण गान में मदहोश हैं।

आज उन बड़े-बड़े सेलेब्रेटीज़ को साथ लाईये जिनका राष्ट्रवाद ज़रा ज़रा सी बात पर “गंभीर” हो जाता है और मार्च के लिए सड़कों पर उतर आते हैं।

बुलाईए आज उन अदाकारों को जो गांवो को गोद लेने की अदाकारी करते हैं। कहिए उनसे की देश का किसान भी आज अनाथ हो गया है। आईये और बताइए दुनिया को कि हमने अंतरिक्ष पर तो अपने झंडे लहरा दिए लेकिन हमारे दिमागो मे आज भी गौबर ही भरा है।

  • शोएब गाज़ी