मुस्लिम महिलाओं की फ़िक्र है तो शिक्षा व सरकारी नौकरियों में आरक्षण दे सरकार- उलेमा

मुजफ्फरनगर। लोकसभा में पारित तीन तलाक संबंधी बिल को शरीअत के विरुद्ध बताते हुए 14 जनवरी को इस्लामिया इंटर कालेज मैदान में मुस्लिम महिला सम्मेलन बुलाने की घोषणा की गई है।

उलेमा की बैठक में कहा यह बात कही गई तथा साथ ही कहा कि यदि केंद्र सरकार को मुस्लिम महिलाओं की इतनी ही फ़िक्र है तो उन्हें शिक्षा व सरकारी नौकरियों में आरक्षण दिया जाए।

फलाह-ए-इंसानियत वेलफेयर सोसायटी के तत्वावधान में हुई बैठक में उलेमा, आइम्मा व मुस्लिम बुद्धिजीवियों ने कहा कि केंद्र की भाजपा सरकार तीन तलाक जैसे मुद्दे उछालकर लोगों को बेवकूफ बना रही है।

तीन तलाक संबंधी बिल महिलाओं के भविष्य से खिलवाड़ है। अध्यक्षता डा. शमीमुल हसन ने की व संचालन शमशाद कुरैशी ने किया। सोसायटी अध्यक्ष कारी मो. खालिद समेत अनेक सदस्य भी इस अवसर पर उपस्थित थे।