बीएसएफ से बर्खास्त सैनिक तेज बहादुर का एक वीडियो वायरल हो रहा है । वीडियो में तेज बहादुर ने ना सिर्फ़ भारतीय सेना के अधिकारियों को ललकारा है बल्कि देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से भी तीखा हमला बोला है ।
बीएसएफ की कार्यशैली से परेशान और दुखी होकर गुस्से में तेज बहादुर ने मंगलवार को एक वीडियो पोस्ट किया है । वीडियो में तेज बहादुर ने देश वासियों को कहा है कि सबसे पहले उसने सेना में भ्रष्टाचार के खिलाफ आवाज उठाई थी जिसकी सज़ा उसे बर्खास्त कर दी गई ।
तेज बहादुर का आरोप है कि जांच के नाम पर उसको मानसिक रूप से टॉर्चर किया जा रहा है । उन्होंने कहा कि देश के प्रधानमंत्री और गृहमंत्री ने इस मामले की जाँच के आदेश दिए थे मगर कोई जांच नहीं हो रही है । उन्होंने छाती को ठोकते हुए कहा कि या तो 25 अगस्त के पहले सही जाँच होनी चाहिए वरना 56 इंच के सीने को 57 इंच का सीना दिखाया जाएगा ।
तेज बहादुर कहते हैं कि मुझे गद्दारी करने पर मजबूर न किया जाये । उन्होंने देश के अन्य सैनिकों से अपील करते हुए कहा कि जो सैनिक आवाज उठाना चाहता है वो देश के गद्दारों के खिलाफ आवाज उठाए । जब हम देश की रक्षा के लिए बंदूक उठा सकते है तो देश के गद्दारों के लिए भी बंदूक उठाएंगे ।
तेज बहादुर बीएसएफ में जम्मू-कश्मीर में तैनात था । मेस में मिले खराब खाने को लेकर उन्होंने सोशल मीडिया पर पोस्ट डाली थी जिसके बाद पूरे देश में जवानों को मिलने वाले घटिया स्तर के खाने की पोल खुल गई थी ।
तेज बहादुर ने जैसे ही घटिया खाना वाला वीडियो शेयर किया था आनन-फानन में जांच के आदेश दिए गए । लेकिन बाद मे जांच के बाद तेज बहादुर को सच दिखाने की सज़ा दी गई और उसे बर्खास्त कर दिया गया ।
पहले तेज बहादुर का केस लड़ने को कई वकील आगे आए थे लेकिन अब कोई वकील उनका केस लड़ने को तैयार नहीं हैं । तेज बहादुर मूल रूप से महेंद्रगढ़ जिले का रहने वाला है जो वर्तमान में रेवाड़ी शहर में रह रहे हैं ।