मुंबई।टेलिकॉमि कंपनियों के बंद होने या विलय होने की वजह से इस क्षेत्र में नौकरीयां खत्म हो रही है। प्लेसमेंट फर्मों का कहना है कि एक वर्ष में स्थिति और खराब हो सकती है। रिलायंस कम्युनिकेशंस ने अपने वायरलेस बिजनस के बड़े हिस्से को बंद करने की घोषणा की है।
टाटा ग्रुप अपना मोबाइल बिजनस भारती एयरटेल को बेच रहा है। टेलिकॉम सेक्टर में बड़े बदलावों और कंसॉलिडेशन के कारण अगले एक साल में लगभग 30,000 नौकरियां घट सकती हैं।
बताया जा रहा है कि सबसे ज्यादा नौकरियों के जाने का खतरा डेटा एंट्री, टेलिकॉलिंग, ग्राउंड-फ्लीट सेल्स जैसे सेगमेंट में है। इसके अलावा टेक्निकल जॉब्स और टेलिकॉम इंजीनियरिंग से जुड़े सेगमेंट में काफी छंटनी होगी। इस तरह की जॉब्स में आमतौर पर शुरुआती मासिक सैलरी 40,000 रुपए होती है।
रिक्रूटमेंट एक्सपर्ट्स का कहना है कि इंफ्रास्ट्रक्चर और नेटवर्क इंजीनियरिंग, सेल्स और डिस्ट्रीब्यूशन, टेलिकॉम इंजीनियरिंग, ह्यूमन रिसोर्स और फाइनेंस, कॉल सेंटर और सपोर्ट फंक्शंस से जुड़े प्रोफाइल्स के लिए मुश्किल होगी।