उत्तर प्रदेश: बनारस हिंदू विश्वविद्यालय (बीएचयु) में महात्मा गांधी की हत्या करने वाले नाथूराम गोडसे को महिमामंडित करने वाले एक नाटक को लेकर विवाद शुरू हो गया है। इस कार्यक्रम को लेकर छात्रों को आपत्ति है कि नाटक में कथित रूप से गोडसे को महिमामंडित किया गया है। छात्रों का आरोप है कि यह विवादित मराठी नाटक ‘मैं नाथूराम गोडसे बोल रहा हूं’ पर आधारित है, जिसमें महात्मा गांधी को बंटवारे का दोषी और उनकी हत्या को कथित रूप से जायज ठहराया गया है।
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खबरके मुताबिक, पिछले सप्ताह सांस्कृतिक उत्सव में इस नाटक का मंचन हुआ था, जिसके विरोध में बुधवार को विश्वविद्यालय के कुछ छात्रों ने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई है। छात्रों का आरोप है कि कला संकाय में इस नाटक का मंचन किया गया, जिसमें कथित रूप से गोडसे का ‘महिमामंडन’ किया गया।
पुलिस में दर्ज कराई शिकायत में छात्रों ने कहा है कि मराठी नाटक मी नाथूराम गोडसे ‘बोलतोय’ पर आधारित इस मंचन में महात्मा गांधी की गलत छवि पेश की गई। इस नाटक में महात्मा गांधी को कथित रूप से देश के बंटवारे के लिए जिम्मेदार बताया गया और उनकी हत्या को न्यायोचित ठहराने की कोशिश की गई है।
रिपोर्ट के मुताबिक छात्रों ने कहा कि, एक ऐसा कार्यक्रम जो देश के संवैधानिक मूल्यों पर चोट पहुंचाता है उसकी अनुमति कैसे दी गई, यह बड़े षड़यंत्र का सूचक है, अदालत द्वारा मौत की सजा दिए गए आतंकवादी गोडसे को गौरवान्वित करना देश की एकता और अखंडता पर चोट करने जैसा है और यह देशद्रोह से कम नहीं है, हम इस मामले में जांच चाहते हैं। छात्रों ने कहा कि गोडसे का महिमामंडन देशद्रोह के बराबर है।