थाईलैंड: बच्चों को गुफा से निकालने का मिशन शुरू, 3-4 दिन में निकाल लिए जाएंगे सभी बच्चे

थाईलैंड: उत्तरी थाईलैंड की एक गुफा में पंद्रह दिन से फंसे 12 बच्चों और उनके फ़ुटबॉल कोच को बाहर निकालने का ‘मिशन’ की शुरूआत हो गई है. बचाव दल के अधिकारियों ने के अनुसार, स्थानीय समयानुसार सुबह दस बजे 23 गोताखोरों का एक दल को बच्चों को बाहर निकालने के लिए भेजा गया है.

Facebook पे हमारे पेज को लाइक करने के लिए क्लिक करिये

राहत व बचाव कार्य की शरुआत होते ही रविवार सुबह थाईलैंड के अधिकारियों ने ये आदेश दिया है कि जिन लोगों की बचाव कार्य में ज़रूरत नहीं है, वे सभी गुफा के प्रवेश द्वार से पीछे हट जाएं. अधिकारी के आदेश के बाद से लगातार गुफा के प्रवेश द्वार के आसपास के इलाक़े को खाली कराया जा रहा है.

बता दें कि गुफा में बच्चों के फंसे होने की खबर के बाद से गुफा के प्रवेश द्वार के पास एक छोटे बाज़ार जितनी भीड़ जमा हो गई थी. जिसमे बहुत से लोग वो थे जो स्वेच्छा से बचाव कार्य में मदद करने के लिए चले आए थे. वहीँ मीडियाकर्मियों से भी कहा गया है कि वो प्रवेश द्वार से दूर रहें. इससे पुलिस ने शिक़ायत की थी कि यहाँ भीड़ जमा होने के कारण बचाव कार्य में दिक्कत हो रही है.

वहीँ चियांग राई प्रांत के गवर्नर और इस बचाव कार्य का नेतृत्व कर रहे नारोंग्साक ने शनिवार को कहा कि बच्चों की तबियत अब ठीक है. अगले दो दिन बारिश की संभावना नहीं है और गुफा से काफ़ी सारा पानी बाहर निकाला जा चुका है. ऐसे में बच्चों को बाहर निकालने की कार्यवाही शुरू करने का ये सही समय है. हमें जल्द से जल्द अंतिम फ़ैसला करना होगा.

बता दें कि गुफा के मुख द्वार से क़रीब 4 किलोमीटर भीतर और पहाड़ की चोटी से क़रीब एक किलोमीटर नीचे बच्चों का ये समूह फंसा हुआ है. जहां बच्चों के लिए खाना, पानी, दवाइयाँ और ऑक्सीज़न पहुँचाई जा रही है. लेकिन जिस चैंबर में ये बच्चे बैठे हुए हैं, उसके पास पानी का बहाव बहुत ज़्यादा है. ये कितना ख़तरनाक है, इसका अंदाज़ा इस बात से लगाया जा सकता है कि शुक्रवार को एक गोताखोर समन गुनन की मौत हो गई.

उल्लेखनीय है कि ये सभी बच्चे और उनके कोच 23 जून की शाम फ़ुटबॉल का अभ्यास करने के बाद इस गुफा को देखने गये थे. लेकिन बाढ़ के पानी के कारण सभी गुफा के अंदर फंस गये. नौ दिन बाद बचाव कर्ताओं के एक दल ने इन बच्चों को खोज निकाला था. बचाव दल के अनुसार गुफा में फंसे बच्चों और उनके कोच ने गुफा के भीतर कोई ऐसी जगह तलाश ली थी जिससे वे बाढ़ के पानी की चपेट में आने से बच गए.