राम मंदिर निर्माण पर सुलह का अब कोई औचित्य नहीं रह गया: विश्व हिंदू परिषद

अयोध्या। शिया सेंट्रल वक्फ बोर्ड, आध्यात्मिक गुरु श्री श्री रविशंकर और कुछ अन्य धार्मिक नेताओं के अयोध्या विवाद का सुलह समझौते से हल निकालने की कोशिश के बीच विहिप ने कहा है कि अब इसका कोई औचित्य नहीं रह गया है।

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विहिप के मीडिया प्रभारी शरद शर्मा ने यहां विहिप मुख्यालय कारसेवकपुरम में “युएनआई” से कहा कि श्रीराम जन्मभूमि के मुद्दे पर सुलह समझौते की रट को पुरातात्विक सबूत मिलने के बाद अब कोई औचित्य बाक़ी नहीं है। उन्होंने कहा कि अदालत को सबूत चाहिए, जो मंदिर के पक्ष में है। उसके बाद बातचीत कैसे और क्यों हो?

उन्होंने कहा कि जो लोग सुलह के बारे में बात कर रहे हैं, उन के सभी पहलुओं पर वीएचपी की नजर है। उन्होंने कहा कि अयोध्या में एक मंदिर था – मंदिर है और मंदिर ही रहेगा। अब केवल उस पर शानदार मन्दिर का निर्माण होना है। आगामी 16 नवंबर को अयोध्या आ रहे आर्ट आफ लिविंग के संस्थापक श्री श्री रविशंकर के संबंध में विहिप ने कहा कि संत और धर्माचार्य कहते आए हैं कि यहाँ मस्जिद का निर्माण संभव नहीं है।