तूतीकोरिन. तमिलनाडु के तूतीकोरिन में वेदांता की स्टरलाइट यूनिट के खिलाफ महीनेभर से चल रहे प्रदर्शन ने हिंसक रूप ले लिया और इस झड़प में अब तक 13 की मौत हो गई जबकि 20 लोग घायल हो गए हैं. तमिलनाडु के तूतीकोरिन में हुई घटना में पुलिस कार्रवाई का बर्बर चेहरा सामने आया है। तूतीकोरिन में वेदांता ग्रुप की यूनिट स्टरलाइट इंडस्ट्रीज के खिलाफ विरोध प्रदर्शन कर रहे लोगों के खिलाफ पुलिस कार्रवाई में कम से कम 13 लोगों की मौत हो गई। घटना के बाद बुधवार को मद्रास हाईकोर्ट की मदुरै बेंच ने स्टरलाइट प्लांट के विस्तार पर रोक लगा दी है। गृह मंत्रालय ने भी तूतीकोरिन पुलिस फायरिंग पर तमिलनाडु सरकार से रिपोर्ट मांगी है।
तमिलनाडु के मुख्यमंत्री पलानीसामी ने हिंसक प्रदर्शन में मारे गए मृतकों के परिजनों को दस लाख और घायलों को तीन लाख रु का मुआवजा देने का ऐलान किया है. इसके साथ मृतकों के परिजनों को सरकारी नौकरी देने का भी ऐलान किया. सरकार का कहना है कि इस मामले में जांच पड़ताल के लिए जांच आयोग का गठन किया जाएगा.
पुलिस कार्रवाई से जुड़े कई वीडियो और तस्वीरें लोग सोशल मीडिया पर साझा कर रहे हैं। इस बीच एक सनसनीखेज वीडियो सामने आया है। वीडियो में मौजूद एक पुलिसकर्मी पुलिस बस के ऊपर चढ़कर प्रदर्शनकारियों पर निशाना लगाता दिख रहा है। वह हाथ में घातक असॉल्ट राइफल लिया हुआ है।
समाचार एजेंसी एएनआई के द्वारा जारी वीडियो में एक आवाज सुनाई देती है जो जलियांवाला बाग की याद दिला रही है। वीडियो में तमिल भाषा में कोई कह रहा है, ‘कोई एक तो मरना ही चाहिए..’इसके बाद वह पुलिसवाला राइफल से गोली चलाता है।
पुलिस का कहना है कि स्टरलाइट यूनिट के आस-पास धारा 144 लागू कर दी गई है. बता दें कि अंतरराष्ट्रीय खनन कंपनी वेदांता लिमिटेड की स्टरलाइट कॉपर तांबे ढालने का काम करती है और तूतीकोरिन स्थित इस प्लांट से सालाना करीब चार लाख टन तांबा ढाला जाता है.
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